भोपाल :( नुजहत सुल्तान ) नगर-निगम के इकलौते इंजीनियर अंबरीश कुमार सिंह से अफसर सीवेज क्लीनिंग का काम करवा रहे है, अंबरीश 2015-16 बैच के मैकेनिकल इंजीनियर है | 2016 से भोपाल नगर-निगम में पदस्थ अंबरीश को इन दिनों सीवेज क्लीनिंग और पाइपलाइन मेंटेनेंस का काम दिया गया है | इससे पहले वह नौ महीने तक सेंट्रल वर्कशॉप और गार्डन शाखा में भी पदस्थ रह चुके हैं | 2021-22 में उनकी टीम ने ज़ोन-11 में करीब तीन करोड़ रुपए की राजस्व वसूली की थी, इसके एवज़ में सबसे ज़्यादा वसूली करने वाले तीन इंजीनियर्स को कमिश्नर ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया था | लेकिन अंबरीश इस बात से नाराज है कि उनसे उनकी योग्यता के आधार पर काम नहीं करवाया जा रहा उनका कहना है कि एक मैकेनिकल इंजीनियर को कोलार पंप हाउस, नर्मदा शाहगंज प्लांट और केंद्रीय कर्मशाला में काम दिया जाना चाहिए फिर भी मुझसे सीवेज क्लीनिंग का काम लिया जा रहा है | इस बात पर नाराजगी जताते हुए उन्होने कमिश्नर वीएस चौधरी कोलसानी द्वारा उनके सम्मान में दिया गया प्रशस्ति पत्र कमिश्नर को वापस लौटा दिया और उन्होने यह भी कहा कि मुझे भविष्य में आपके हाथों से किसी भी प्रकार का कोई सम्मान नहीं चाहिए | महापौर मालती राय का कहना है कि योग्यता के आधार पर काम नहीं दिए जाने की जांच करवाई जाएगी | अंबरीश ने कमिश्नर के लिए एक पत्र जारी कर यह भी कहा कि आपसे कई बार अनुरोध किया है कि मेरी इंजीनियरिंग ब्रांच मैकेनिकल से संबंधित है | आपके द्वारा यूएडीडी एमपी गवर्नमेंट के आदेश के तहत शैक्षणिक योग्यता के आधार पर काम देने के आदेश का भी परिपालन नहीं किया गया | ऐसा प्रतीत होता है कि आपको न ही हाईकोर्ट के आदेश की चिंता है और न यूएडीडी की जब तक मुझे मेरी योग्यता के आधार पर काम नहीं दिया जाएगा तब तक अनुरोध है कि कोई भी कार्रवाई के पहले आप सभी नियमों व रेगुलेशन को देख लें |
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