भोपाल : लोकायुक्त पुलिस के शिकंजे में फंसी मप्र पुलिस हाउसिंग कारपोरेशन की प्रभारी असिस्टेंट इंजीनियर ( संविदा ) हेमा मीणा, लोकायुक्त पुलिस ने तीन साल पुराने आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में 11 मई को हेमा मीणा के बिलखिरिया स्थित बंगले में सर्चिंग की थी | यहाँ से लोकायुक्त टीम ने 450 सामान की लिस्ट तैयार की है, इनमें रोटी बनाने की तीन लाख की मशीन, 30 लाख का टीवी सहित कई महंगी चीजे शामिल थी, इस लिस्ट में सामान की अनुमानित कीमत 1.50 करोड़ रु. बताई गई है | लिस्ट में हेमा के नाम रजिस्टर्ड वाहनों को भी शामिल किया गया है | जबकि डॉग्स और मवेशी को लिस्ट में शामिल नहीं किया गया है | इनका मूल्यांकन पशुपालन विभाग द्वारा किया जा रहा है | लोकयुक्त कार्रवाई के बाद आय से अधिक संपत्ति मिलने पर मीणा को पद से निकाल दिया गया था | अब उनके बैंक खातों की डिटेल से उनके खातों में किए गए ट्रांजेक्शन का पता चलेगा | हेमा के पाँच बैंक खाते मिले हैं, एक- दो दिन में लोकायुक्त पुलिस को उनके बैंक खातों की डिटेल मिल जाएगी | इसके अलावा संपत्ति से संबंधित जानकारी भी लोकायुक्त पुलिस को मिल जाएगी, लोकायुक्त पुलिस इस बिन्दु पर भी जांच कर रही है कि मप्र पुलिस हाउसिंग कारपोरेशन में ऐसा किस अधिकारी का सबसे ज़्यादा सहयोग था, जिनकी सिफ़ारिश पर हेमा की दो बार पुलिस हाउसिंग कारपोरेशन में ज्वाइनिंग हुई, इधर, लोकायुक्त में मप्र पुलिस हाउसिंग करपोरेशन के इंजीनियर जनार्दन सिंह के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने की दो शिकायतों की जांच भी चल रही है
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