भोपाल :( नुजहत सुल्तान ) सोमवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रदेश प्रभारी जेपी अग्रवाल के बीच हुई चर्चा के बाद दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और उत्तराखंड से ऑब्जर्वर मप्र आए | चारों ऑब्जर्वर को एआईसीसी की सहमति से लगातार पांच बार से हार रही सीटों की ज़िम्मेदारी दी गई है | खासतौर पर दिल्ली कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रहे सुभाष चोपड़ा को भोपाल की ज़िम्मेदारी सौंपी | वे गोविंदपुरा, बैरसिया, हुजूर और नरेला, भोजपुर, बुदनी, आष्टा, सीहोर, होशंगाबाद, सुहागपुर और कुरवाई सीटों का फीडबैक लेंगे | स्थानीय नेताओं और पीसीसी से चर्चा के बाद इन सीटों पर जीत दर्ज कर अपनी रिपोर्ट देंगे | महाकौशल और विंध्य ज़िम्मेदारी उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष रहे प्रदीप टम्टा को सौंपी गई है | गुजरात के प्रदेश अध्यक्ष रहे अर्जुन मोरवड़िया को मालवा और निमाड़ की हार वाली सीटें दी गई हैं | इन सीटों में सारंगपुर, शुजालपुर, देवास, खातेगांव, बागली, खंडवा सहित आदि की ज़िम्मेदारी दी गई है | ग्वालियर, चंबल, अंचल की सीटों में गुना, शिवपुरी सहित अन्य सीटें जिनमें कांग्रेस लगातार तीन से पांच चुनावों में हार रही है, इन सीटों की ज़िम्मेदारी कुलदीप राठौर को दी गई है | इन 66 सीटों में से 40 सीटों पर पिछले तीन महीनों में पीसीसी चीफ कमलनाथ पहुँच चुके हैं | और जिला पदाधिकारियों, मंडलम और सेक्टर प्रभारियों की बैठक ले चुके हैं |
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