भोपाल : केंद्र सरकार की और से एम्स और सेंट्रल गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम के 48 अस्पतालों में एमआर पर रोक लगा दी गई है | फिर भी डॉक्टर मरीजों को देखने के समय पर एमआर से मिल रहे हैं | बुधवार को कई एमआर एम्स भोपाल कैंपस में ओपीडी के समय परिसर में नजर आए | वहीं कई डॉक्टर के पर्चे से जेनरिक दवाएं भी लापता हैं, डॉक्टर एमआर की दवाएं लिख रहे हैं | इससे गरीबों पर आर्थिक बोझ बढ़ रहा है, कई लोग एमआर की दवाएं लेने में असमर्थ हैं | जबकि केंद्र सरकार द्वारा दिए गए आदेश में साफ है कि नियमों का पालन न होने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी | शहर के 48 अस्पतालों पर इस आदेश से प्रभाव पड़ेगा | इसमें केंद्र सरकार के अस्पतालों, स्वास्थ्य योजना कल्याण केन्द्रों और पॉलीक्लिनिक के डॉक्टर शामिल हैं |
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