नई दिल्ली : देश में अब 2000 का नोट बंद करने की घोषणा कर दी गई है रिजर्व बैंक ने ऐलान किया है कि 2000 रुपए मूल्यवर्ग के नोट अब चलन में नहीं रहेंगे जबकि इस बार 2016 की तरह हड़कंप नहीं मचा है क्यूंकि आम जनता के पास 2000 के नोट ज़्यादा मात्रा में उपलब्ध नहीं हैं | और इन्हें पिछली बार की तरह तुरंत बंद नहीं किया गया है अभी 4 महीने हैं नोट बंद होने में 23 सितंबर 2023 तक ये नोट वैध रहेंगे | बाजार में मौजूद ये नोट या तो बैंक में जमा कराने होंगे या बैंक में बदले जा सकेंगे | आरबीआई ने कहा है कि इन नोटों से अभी ख़रीदारी जारी रहेगी | 23 मई से लोग 2000 के नोट जमा या बदलवा सकेंगे एक व्यक्ति एक बार में 2000 के 10 नोट बदलवा सकेगा | जमा करने की लिमिट तय नहीं है, आप खुद के खाते में 50 हज़ार के करीब बिना पैनकार्ड के जमा कर सकते हैं, पैनकार्ड के साथ बचत खाते में एक साल में 10 लाख रु. जमा करा सकते हैं | इससे ज़्यादा जमा करने पर आयकर नोटिस मिल सकता है | गौरतलब है कि 8 नवंबर 2016 को पहली नोटबंदी के समय 500 और 1000 के पुराने नोट बंद करने के बाद 500 के नए नोट और 2,000 के नोट जारी किए गए थे | तब आरबीआई ने कहा था कि अर्थव्यवस्था में नकदी की उपलब्धता बनाए रखने के लिए 2,000 के नोट जारी किए थे | अब बैंक ने कहा है कि ये नोट लाने का उद्देश्य पूरा हो गया है | सूत्रों के मुताबिक बड़े नोटों को काले धन के रूप में इकट्ठा करने की जानकारी आने के बाद रिजर्व बैंक ने यह कदम उठाया है | 2016 में नोटबंदी के बाद चलन में मौजूद 500 और 1000 के नोट वाले 15.50 लाख करोड़ रुपए बेकार हो गए थे, इनकी भरपाई के लिए छोटे नोट छापते तो समय लगता इसलिए 2000 का नोट निकाला गया था, और अब करीब साढ़े छह साल बाद 2000 का नोट बंद करने का ऐलान किया गया है | 2000 का नोट फिलहाल अभी वैध है इसे लेने से कोई मना नही कर सकता यदि कोई दुकानदार या व्यक्ति इसे लेने से मना करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी | नोटबंदी का ऐलान होते ही गुजरात में लोग इनके एवज़ में सोना-चाँदी लेने पहुँच गए | 2 हज़ार के नोट में भुगतान कर सोना-चाँदी खरीदने वालों को 8 से 10 हज़ार रुपए अतिरिक्त चुकाने पड़ रहे थे, 10 ग्राम सोना खरीदने पर 5 से 10 हज़ार रु. अधिक लिए गए यानि प्रति 10 ग्राम सोना 70 हज़ार रु. में बिका वहीं एक किलो चाँदी के दाम 80 हज़ार तक पहुँच गए |
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