भोपाल : भीषण गर्मी और लू के कारण कूनो नेशनल पार्क से गुरुवार को दो और चीता शावकों की मौत की खबर सामने आई है, मौत का कारण डिहाइड्रेशन बताया जा रहा है | हालांकि, सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की है कि मौत 23 मई की शाम को उसी दिन हो गई थी, जिस दिन दोपहर में एक शावक की मौत हुई थी | लेकिन खुलासा 25 मई को किया गया बचे हुए एक शावक की हालत भी नाजुक बताई जा रही है | पालपुर स्थित वेटरनरी हॉस्पिटल में उसका इलाज किया जा रहा है, हालाकि, शावकों की मा ज्वाला ( पुराना नाम साशा ) को स्वस्थ बताया गया है | मप्र के प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) जसबीर सिंह चौहान ने अधिकारिक रूप से बताया कि 23 मई को श्योपुर में भीषण गर्मी थी, तापमान 46 से 47 डिग्री सेल्सियस था, दिनभर गर्म हवा और लू चलती रही | निगरानी के दौरान एक शावक मृत मिला था, इसके बाद तीनों शावक भी कमजोर और असामान्य नजर आए, इसलिए पार्क प्रबंधन और वाइल्डलाइफ डॉक्टरों की टीम ने तत्काल तीनों को रेस्क्यू कर इलाज का निर्णय लिया | इलाज के दौरान ही दो शावकों की स्थिति बहुत खराब हो गई और उन्हें बचाया नहीं जा सका | चौहान के मुताबिक सभी शावक कमजोर और सामान्य से कम वजन वाले थे, जो डिहाइड्रेट पाए गए | नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका के विशेषज्ञों और डॉक्टरों की सलाह के आधार पर बचे हुए शावक का इलाज किया जा रहा है, मृत शावकों का स्टैंडडर्ड प्रोटोकॉल के तहत पोस्टमार्टम किया गया है |
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