भोपाल :( नुजहत सुल्तान ) शहर में एक तरफ जहां सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए ब्लैक स्पॉट खत्म करने से लेकर हर स्तर तक की कोशिश की जा रही है, वहीं फुटपाथ और डिवाइडर पर 30 से ज़्यादा होर्डिंग अनुमति लेकर लगाए गए हैं | और इतने ही अवैध विज्ञापन बोर्ड भी लगे हैं जो एक्सीडेंट का कारण बन रहे हैं | होशंगाबाद रोड पर कई जगह स्थिति यह है कि फुटपाथ पर लगा हुआ होर्डिंग सड़क की लेन तक है, सावरकर सेतु से बीयू के बीच में ही बिजली लाइन के करीब यूनिपोल देखा जा सकता है, तेज़ हवा और आंधी के कारण यदि इस होर्डिंग पर बिजली लाइन टच हो गई तो दुर्घटना की संभावना है | और अगर ये होर्डिंग सड़क पर गिर गए तो बड़ी दुर्घटना हो सकती है | कॉरीडोर में बैरागढ़ और होशंगाबाद रोड पर स्थिति यह है कि बस स्टॉप, डिवाइडर और फुटपाथ तीनों के बीच 50 मीटर से भी कम दूरी है | एमआईसी सदस्य जितेंद्र शुक्ला ने बीसीएलएल से कॉरीडोर पर लगे होर्डिंग की जानकारी मांगी है | लेकिन अभी तक कोई जानकारी हासिल नहीं हुई है | शुक्ला का कहना है कि कमाई के नाम पर सुरक्षा से खिलवाड़ किया जा रहा है वहीं नगर-निगम कमिश्नर वीएस कोलसानी का कहना है कि बीआरटीएस के मेंटेनेंस खर्च की व्यवस्था के लिए कॉरिडोर में होर्डिंग लगाए थे, किराया बीसीएलएल के पास ही जाता है | आउटडोर मीडिया रूल्स का पालन सुनिश्चित करने के लिए सर्वे कराएंगे और अवैध होर्डिंग हटवाए जाएंगे |
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