भोपाल : मप्र में विभिन्न विभागों में डेपुटेशन मामलों को गंभीरता से लिया जा रहा है, सरकार ने अब डेपुटेशन और विभागीय जांच के मामलों में सख्ती बरतना शुरू कर दी है | सामान्य प्रशासन विभाग ने कहा है कि किसी भी हालत में प्रतिनियुक्ति 3 साल से ज़्यादा के लिए नहीं दी जा सकती | जरूरत पड़ने पर इसमें सिर्फ 1 साल से ज़्यादा की वृद्धि नहीं की जा सकती | पीडब्ल्यूडी लोक निर्माण विभाग के सचिव सुखवीर सिंह ने विभिन्न विभागों में प्रतिनियुक्ति अवधि खत्म होने के बाद भी जमे इंजीनियरों की जानकारी मांगी है | प्रभारी प्रमुख अभियंता (ईएनसी) नरेंद्र कुमार ने असिस्टेंट इंजीनियर जनार्दन सिंह (निलंबित ) की प्रतिनियुक्ति को लेकर सवाल उठाए उन्होने पत्र लिखकर कहा कि वह 15 सालों से प्रतिनियुक्ति पर पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन में कार्यरत हैं | अत: इनकी सेवाएं प्रतिनियुक्ति से वापस लेकर विभाग में पदस्थ किया जाए विभाग तीन बार कार्पोरेशन को पत्र लिख चुका है, लेकिन प्रतिनियुक्ति समाप्त नहीं की गई | राज्य शिक्षा केंद्र ने प्रतिनियुक्ति पर जमे अफसरों और कर्मचारियों को हटाने की लिस्ट बनाई है | यहां 10-10 साल से अफसर और कर्मचारी प्रतिनियुक्ति पर जमे हैं | बीआरसीसी के पद पर प्रभारी काम कर रहे हैं, जिलों में प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ इन कर्मचारियों की नियुक्ति पर राज्य शिक्षा केंद्र के संचालक एस-धनराजू ने आपत्ति जताई है, और योग्यता के आधार पर नए शिक्षक को पदोन्नति पर स्कूल विभाग से भेजे जाने को कहा है | नगरीय निकायों में विभिन्न विभागों से प्रतिनियुक्ति पर आए अफसरों के मामले में 2007 में सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार की एक याचिका खारिज की थी | पीडब्ल्यूडी के असिस्टेंट इंजीनियर पीसी मोदी लोकायुक्त में 15 सालों से डटे हैं, वहीं जनार्दन सिंह आरक्षित कोटे से 18 जनवरी 2006 को असिस्टेंट इंजीनियर के पद पर पदोन्नत हुए 16 जनवरी 2007 को पीडब्ल्यूडी ने जनार्दन की सेवाएं पुलिस कार्पोरेशन को सौंपी 19 जनवरी 2016 को जनार्दन सिंह और अन्य अधिकारियों की सेवाएं विभाग में वापस लिए जाने का आदेश जारी हुआ लेकिन जनार्दन पुलिस हाउसिंग में डटे रहे | 13 दिसंबर 2019 को जनार्दन सिंह की पोस्टिंग चीफ इंजीनियर (ब्रिज) सेक्शन भोपाल में करने का आदेश हुआ पुलिस हाउसिंग में सिंह को कार्य मुक्त करने को कहा गया लेकिन, जनार्दन हाईकोर्ट पहुँच गए और प्रोजेक्ट पूरा होने तक पुलिस हाउसिंग में सेवाएं रखने की मांग की, तब से वह पुलिस हाउसिंग में ही है |
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