मुजफ्फरनगर : भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों ने शोषण का आरोप लगाया था इस बात को लेकर लंबे समय से चल रहे विवाद में महिला पहलवानों को अभी तक इंसाफ नहीं मिल पाया है | दिल्ली में खुला आखाड़ा तो बंद हो गया लेकिन अगले दंगल पर जाटों की सर्वखाप पंचायत में गुरुवार को दशा और दिशा तय होगी | मुजफ्फरनगर के सौरम पंचायत में हरियाणा, पंजाब, राजस्थान उत्तराखंड और दिल्ली के खाप चौधरी महिला पहलवानों को इंसाफ दिलाने के लिए अगली रणनीति पर फैसला करेंगे | दिल्ली से महज 130 किमी दूर इस पंचायत के फैसले पर देश की सियासी निगाहें भी टिकी हुई हैं | विपक्षी दलों के नज़रिए से किसान आंदोलन के बाद 2024 के आम चुनाव से पहले केंद्र सरकार के खिलाफ यह दूसरी बड़ी लड़ाई मानी जा रही है | सौरम गाँव को जाटों के सबसे बड़े एवं सशक्त समूह बालियान खाप की राजधानी माना जाता है | जिसके मुखिया भाकियू ( टिकैत ) के अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत हैं | और मुजफ्फरनगर से केंद्र में मंत्री संजीव बालियान भी इसी खाप से आते हैं | टिकैत ने ही मंगलवार को हरिद्वार पहुंचकर पहलवानों को गंगा में मेडल विसर्जित करने से रोकते हुए इंसाफ दिलाने को 5 दिन का समय मांगा था | चौधरी नरेश टिकैत ने कहा पहलवानों के साथ पहले ज्यादती हुई अब इनकी सुनवाई नहीं हो रही सरकार चाहे तो विवाद खत्म हो सकता है, उन्होने कहा कि अगर बृजभूषण को गिरफ्तार नहीं किया गया तो आंदोलन जारी रहेगा |
|