भोपाल : जेपी अस्पताल के गायनी डिपार्टमेंट में करीब 150 बेड हैं, इन्हें अब 50 तक सीमित किया जाना है, बेड संख्या को सीमित करने की तैयारी शुरू कर दी गई है | ऐसे में यहाँ आने वाले डिलीवरी केस को टीटी नगर स्थित काटजू अस्पताल में भेजा जाएगा | स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों के साथ इस संबंध में बैठक करके पूरा प्लान तैयार कर लिया गया है | अधिकारियों का दावा है कि जेपी के गायनी डिपार्टमेंट में विशेषज्ञ ट्रीटमेंट शुरू किया जाएगा | ताकि, यहां आने वाली महिलाओं को बेहतर इलाज की सुविधा मिल सके | करीब 6 महीने पहले काटजू अस्पताल में गर्भवती महिलाएं डिलिवरी के लिए पहुँच ही नहीं रहीं हैं | जबकि जेपी अस्पताल में मरीजों की लाइनें लगी रहती हैं | यही कारण है कि बतौर एमसीएच शुरू हुए 300 बेड के काटजू अस्पताल में गिने चुने मरीज़ ही भर्ती होते हैं | इस स्थिति को देखते हुए जेपी में डिलिवरी सर्विसेस को सीमित करके काटजू में मरीजों को भेजने की कवायद चल रही है | काटजू के ऑपरेशन थिएटर वर्तमान में शहर के किसी भी सरकारी अस्पताल से बेहतर हैं | यहां हेपा फिल्टर लगाए गए हैं | यह मैकेनिकल एयर फिल्टर हैं, जो दूषित तत्वों को खींच लेता है, ये डस्ट के साथ ही बैक्टीरिया और वायरस को भी पकड़ लेता है | जिससे ओटी का वातावरण पूरी तरह स्वच्छ रहता है | काटजू में 24 घंटे गायनकोलॉंजिस्ट को ऑनफ्लोर रखा जाएगा | जननी एक्स्प्रेस और 108 एंबुलेंस के स्टाफ को भी यह संदेश दिया गया है कि वे मरीजों को काटजू अस्पताल जाने के लिए प्रेरित करें जेपी अस्पताल के स्टाफ को निर्देशित किया गया है कि अगर किसी मरीज को रैफर करना है तो उसे काटजू अस्पताल ही भेजा जाए |
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