भोपाल : शाहजहांनाबाद थाना प्रभारी सौरभ पांडेय के अनुसार भोपाल में 3 दिसंबर 1984 को गैस त्रासदी हुई थी, इसके कारण कई लोगों की मौत हो गई थी | इस गैस कांड से जो लोग प्रभावित हुए उन्हें मुआवजे की राशि दी गई थी | 1995 में एक नूर बानों नाम की महिला ने फर्जी दस्तावेज़ लगाकर 35 हज़ार रु. ले लिए थे, लेकिन इस बात का खुलासा तब हुआ जब असली नूर बानो अपने पैसे लेने पहुंची, सिकंदर कला का अहाता, मकान नंबर – 69, बोगदा पुल की रहने वाली इस महिला ने अधिकारियों को बताया वो पैसा लेकर नहीं गई अब इस मामले की जांच का सिलसिला शुरू हुआ जिसमें पाया गया कि नूर बानो बनकर नकली दस्तावेज़ों के आधार पर एक महिला ने धोखाधड़ी करके पैसा लिया था | इसके बाद कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने अज्ञात नूर बानो के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है, पुलिस फोटो व बैंक डिटेल की मदद से पहचान करने का प्रयास कर रही है | सबूत मिलते ही महिला के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी |
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