भोपाल : 16 /6/23 अनुसूचित जाति पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति के 40.51 लाख रु. हितग्राहियों के अलावा अन्य लोगों के खातों में ट्रांसफर करने का मामला सामने आया है | इस गड़बड़ी का खुलासा विभाग और महालेखागार ग्वालियर की ऑडिट रिपोर्ट में हुआ है | दरअसल, खड़ग बहादुर सिंह अनुसूचित जाति पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति शाखा, कलेक्टर कार्यालय भोपाल के प्रभारी हैं, वहीं विनोद माझी और मनोज मालवीय चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी हैं | शाखा द्वारा अनुसूचित जाति पोस्ट मैट्रिक छात्रवृति छात्रों को दी जाती है | लेकिन यह छात्रवृत्ति दूसरे लोगों के खातों में जाने की सूचना मिली थी जब इस मामले की जांच की गई तो पता चला कि अनुसूचित जाति पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति के 40.51 लाख रु. हितग्राहियों के अलावा अपने रिशतेदारों और परिचितों के खातों में ट्रांसफर किए गए हैं | यह राशि शाखा के कर्मचारियों ने मिलीभगत से 22 अपने रिशतेदारों और परिचितों के खातों में ट्रांसफर करके सरकार को 40.51 लाख रु. की आर्थिक हानि पहुंचाई | कर्मचारियों ने अनुसूचित जाति का न होने पर भी छात्रों को छात्रवृत्ति का भुगतान किया | जांच में सामने आया है कि शाखा प्रभारी खड़ग बहादुर सिंह, विनोद मांझी और मनोज मालवीय द्वारा अनधिकृत रूप से शासकीय धनराशि का दुरुपयोग करते हुए मिलीभगत से धोखाधड़ी की गई है | मनोज मालवीय द्वारा कंप्यूटर में ये गड़बड़ी की गई थी, पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी, शासकीय राशि का गबन सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज कर लिया है |
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