भोपाल :( नुजहत सुल्तान )16/6/23 राजधानी के हमीदिया अस्पताल में मरने वाले व्यक्ति को अपने परिजनों द्वारा छोड़कर जाने का एक अनूठा मामला सामने आया है | दरअसल, इलाज के लिए हमीदिया अस्पताल में लाए गए प्रेम परमेश्वर पवार की मौत 2 महीने तक चले इलाज के बाद 3 जून को हो गई थी | उनका बेटा कार्तिक और पत्नी संगीता प्रेम पवार महाराष्ट्र के नांदेड परवानी भीम नगर थाना भीमकोटि के रहने वाले हैं, रोजगार की तलाश में वह भोपाल आए थे | उनकी मौत के बाद बेटा व पत्नी पैसों का इंतेजाम करने का कहकर शव मर्चुरी में रखकर चले गए थे, लेकिन पाँच दिन गुज़र जाने के बाद भी जब वह लौटकर नहीं आए तो हमीदिया प्रबंधन के सोशल वर्कर ने पुलिस चौकी में मामले की जानकारी दी, पुलिस ने जब माँ बेटे की तलाश की तो उन्हें ढूंढते हुए वह एक रिश्तेदार के यहाँ पहुंचे तो पता चला कि वे 8 तारीख को ही महाराष्ट्र से लौटे हैं | वे अपने गाँव आर्थिक मदद के लिए गए थे, लेकिन किसी ने उनकी मदद नही की, और रुपयों का इंतेजाम नही हुआ | इस कारण वे अस्पताल नही गए | तब आनंदम संस्था के सचिव की मदद से मृतक का अंतिम संस्कार भदभदा विश्राम घाट में शुक्रवार को हुआ | वहीं पुलिस संस्था ने अस्थियां नर्मदा में प्रवाहित करने के लिए पैसे भी दिए इससे पुलिस की संवेदनशीलता का परिचय मिलता है |
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