भोपाल : 17/6/2023 : ( नुजहत सुल्तान ) सतपुड़ा भवन में लगी आग तो बुझ गई लेकिन आगजनी पर उठे सवालों का जवाब अभी तक नही मिल पाया है | आग लगने का कारण कमरे मे लगे एसी के स्विच में शॉर्ट सर्किट से आग भड़कना बताया जा रहा है उस कमरे का एसी तो उस समय बंद था जबकि धुआं उठने के बाद जब कमरे का दरवाजा खोला गया तो सोफ़े में आग लगी हुई थी | यह कमरा जनजातीय क्षेत्रीय विकास योजनाओं (टीएडीपी) के असिस्टेंट कमिश्नर वीरेंद्र सिंह का था | वीरेंद्र सिंह उस दिन छुट्टी पर थे उनका कमरा भी बंद था तब आग उनके कमरे तक कैसे पहुंची, क्योंकि, तब टीएडीपी की डायरेक्टर सोनिया मीणा भी खुद के कक्ष में होने के बजाए बल्लभ भवन में थी ? आग लगने और फायर ब्रिगेड पहुँचने में एक घंटे का अंतर था, इसका जिम्मेदार कौन है ? तीसरी मंजिल पर आग नहीं फ़ैली जबकि चार, पाँच और छटी मंजिल पर लगी आग से काफी नुकसान हुआ है, ऐसा कैसे हुआ ? सैंपल सिर्फ टीएडीपी डिपार्टमेंट के असिस्टेंट डायरेक्टर वीरेंद्र सिंह के कमरे से ही क्यों लिए गए ? जिस दिन आगजनी हुई उस दिन न ही टीएडीपी और न स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख अधिकारी थे ? पीडब्ल्यूडी का इलेक्ट्रिकल डिवीजन ये तर्क दे रहा है कि भले ही एसी का स्विच बंद था लेकिन बिजली सप्लाई तो चालू थी | वायर ओवरलोड होने से जल गया इसी कारण स्विच पिघला और सोफ़ा उसके पास रखा था इसलिए आग पकड़ ली | स्विच को फोरेंसिक जांच में लिया गया है | शुक्रवार को तीन आईएएस और एक आईपीएस की कमेटी का काम पूरा हो गया है, अब लिखित रिपोर्ट तैयार की जा रही है | सोमवार को ये रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंपी जाएगी |
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