भोपाल : 17/6/2023 : ( नुजहत सुल्तान ) हज पर गए भोपाल, सीहोर, रायसेन, आदि जगह के सैंकड़ों लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है | उनसे कहा गया था कि सारे इंतेजामात अच्छे होंगे वहाँ पर लेकिन कोई भी व्यवस्था सही ढंग से नही की गई है | हज कमेटी ऑफ इंडिया ने जिस खादिम को हज पर आए लोगों की खिदमत के लिए भेजा है उसका चेहरा अभी तक किसी ने नहीं देखा | खादिम को हज यात्रियों की सेवा, मार्गदर्शन और ज़रूरी प्रबंध आदि के लिए सरकारी खर्च पर भेजा जाता है | जिस बिल्डिंग में हज यात्रियों को ठहराया गया है उसमें अभी काम चल रहा है ओर एक ही कमरे में 8 से 10 लोग रह रहे हैं | उसमें मर्द और औरत दोनों शामिल हैं, इस्लाम में औरतों के लिए पर्दा ज़रूरी बताया है लेकिन यहां तो बेपर्दगी हो रही है सारा दिन औरतों को हिजाब में रहना पड़ता है | दिनभर में सिर्फ एक लीटर पानी दिया जाता है इतनी सख्त गर्मी में प्यास बुझाने के लिए भी परेशान होना पड़ रहा है | वहीं टॉयलेट में दरवाजे नहीं हैं, एक छोटा सा किचन है जिसमें खाना बनाने के लिए नंबर लगाना पड़ता है | हालात ऐसे है की रोटी बाजार से खरीदते है ताकि इबादत के लिए अधिक समय मिल सके, काबा यानि अल्लाह का घर लेकिन यहां तो काबे के दीदार कराने के नाम पर सरकारी ठगी हुई है | भरोसा दिलाया गया था कि अच्छी जगह ठहराएंगे लेकिन हुआ उल्टा | शाकिर अली खां ने बताया कि वह यहां अपने परिजनों के साथ ठहरे हुए हैं, उन्होने कहा कि मौसम भी बंदों का इम्तेहान ले रहा है 44 डिग्री का तापमान है, 15-25 किमी की रफ्तार से हवा चलने से सड़क पर चलना दुश्वार है झुलसा देने वाली गर्मी की वजह से वे दो दिन अस्पताल में दाखिल भी रहे इनका दर्द है कि हज कमेटी ऑफ इंडिया ने ऑन लाइन अर्ज़ी देते समय हमें रिहायश भी काबे से करीब 13 किमी दूर मिली हैं | विधायक आरिफ मसूद, मक्का से हज यात्रियों का फोन आने पर हज कमेटी ऑफ इंडिया के सीईओ से बात की है, उन्होने भरोसा दिलाया है कि व्यवस्थाओं में सुधार कराया जाएगा |
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