भोपाल : 27/6/2023 : शहर के सबसे बड़े दो सरकारी अस्पतालों में भर्ती मरीजों की सेहत के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है | यहां भर्ती मरीज चाहे किसी भी बीमारी से पीड़ित हो लेकिन उनके लिए एक जैसा खाना परोसा जाता है | प्रसूताओं को मसालेदार खाना, डायबिटीज़ के मरीजों को चावल, डायलिसिस के मरीजो को अधिक कैलोरी व मसालेदार खाना दिया जाता है | यहां न कोई डाइट चार्ट उपलब्ध है और न ही डायटीशियन | हमीदिया में करीब 2000 और जेपी में 250 मरीज भर्ती रहते हैं, यहां भर्ती मरीजों की थाली आईसीयू से लेकर जनरल वार्ड तक एक जैसी ही है | इतना ही नही यहां मरीजों को थाली मे नही बल्कि, उनके ही बर्तन में खाना दिया जाता है | क्योंकि, किचन से खाना एक ट्राली में बड़े-बड़े बर्तनों में लाया जाता है, जो कर्मचारियों द्वारा बड़े चम्मच से मरीजों के बर्तन में ही दिया जाता है | उनको परोसे गए खाने के स्वाद के बारे में मरीजों ने बताया कि नमक कम और सब्जी में मसाले ज़्यादा हैं | परिजनों ने बताया कि रात में ही डिलीवरी हुई है यहां प्रसूता को दिए गए खाने में दोपहर में मसाले वाली सब्जी दे रहे हैं, इस कारण परिजन घर से ही खाना बनाकर ला रहे हैं | यहां भर्ती एनीमिया के मरीज को खून चढ़ाया जा रहा था | पास बैठे परिजनों को कर्मचारी ने सब्जी, दाल, चावल और रोटी दे दी | इसके बाद कार्डियोलॉंजी डिपार्टमेंट के इंटेसिव कार्डियक केयर यूनिट में मरीज को भी वही खाना दिया गया | दिल के मरीजों को कम कैलोरी कम मसाले वाला खाना दिया जाना चाहिए लेकिन उन्हें भी मसालेदार सब्जी दी जा रही है | दोनों अस्पतालों का हाल एक जैसा ही है | हमीदिया के अधीक्षक आशीष गोहिया का कहना है कि कुछ दिन पहले ही 48 रुपए प्रति थाली के हिसाब से टेंडर हुआ है, अब इतने रु. मे जो बेहतर होगा हम करने की कोशिश कर रहे हैं |
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