भोपाल : 3/7/2023 : शहर के दो बड़े सरकारी अस्पताल हमीदिया और जेपी में भर्ती मरीजों को मिलने वाला खाना एक जैसा दिया जाता है इसका कारण है सरकार अस्पतालों को सिर्फ 48 रु. प्रति थाली के हिसाब से राशि देती है इतने पैसों में मरीजों के लिए अलग- अलग खाने की व्यवस्था करना असंभव होता है | लेकिन अब चिकित्सा शिक्षा विभाग ने भोपाल और इंदौर मेडिकल कॉलेजों में दो अलग-अलग कमेटियां बनाकर मरीजों को दिये जाने वाले खाने का बजट तीन गुना तक बढ़ाने की सिफ़ारिश की है | अब विभाग की ओर से यह प्रस्ताव वित्त विभाग को भेजा जाएगा | वहाँ से मंजूरी मिलने के बाद मरीजों के खाने का बजट 48 रु. से बढ़ाकर 200 रु. तक किया जा सकता है | दरअसल, अस्पताल में भर्ती मरीजों के लिए रोज 48 रु. के हिसाब से बजट तय है, इस राशि से मरीज को सुबह का नाश्ता दोपहर और रात का पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराना होता है इस कारण कोई एजेंसी हमीदिया अस्पताल के मरीजों को खाना उपलब्ध कराने की व्यवस्था अपने हाथों में लेने को ही तैयार नही है | पिछले एक साल में दो बार टेंडर निकाले गए, लेकिन एजेंसी ही तय नही हो पाई अब तीसरी बार टेंडर जारी किया गया है, इसके लिए कागजी कार्रवाई की जा रही है बीते साल हमीदिया में भर्ती रहे मरीजों के पौष्टिक खाने पर करीब 90 लाख रु. खर्च हुए थे | यहां इलाज के लिए आने वाले मरीजों के साथ ही भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या में भी लगातार इजाफा हो रहा है | ऐसे में खाने की नई दर लागू होने पर सालभर का बजट 10 करोड़ रु. तक होने का अनुमान है | खाने का बजट करीब पाँच सालो से 48 रु. प्रतिदिन है, बीस सालों में चौथी बार बढ़ेगा मरीजों के खाने का बजट |
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