नीमच : 5/7/2023 : जयपुर क्राइम ब्रांच ने 19 जून को अफीम तस्कर कमल राणा को गिरफ्तार किया था | गिरफ्तारी के दौरान पूछताछ में पुलिस के सामने कमल राणा ने 6 पुलिसकर्मियों का नाम बताया जो उसे पुलिस के पॉइंट, गश्त की जानकारी देते थे | कमल राणा की फरारी के बाद भी वह उसके संपर्क में थे | दरअसल कमल राणा एक मोबाइल में सिम चलाता था और उसी नंबर का वॉटसएप दूसरे मोबाइल में चलाता था | जैसे ही पुलिस पकड़ती या मोबाइल मिलता तो वह दूसरे मोबाइल से चैट डिलीट कर देता था इससे पुलिस को वह मैसेज नही मिल पाते थे | राजस्थान पुलिस ने जब जानकारी मिलने के बाद चैट रिकवर करवाई तो चौंकाने वाली बात सामने आई, वॉट्सएप चैट के माध्यम से इस बात का खुलासा हुआ कि 6 पुलिस कर्मचारी फ़रारी के दौरान भी कमल राणा के संपर्क में रहे | दो राज्यों की पुलिस जब कमल राणा की तलाश कर रही थी तब भी यह पुलिस वाले उसे दबिश चेक पॉइंट की जानकारी पहुंचा रहे थे | जांच में रुपयों के लेन देन की भी बात सामने आई है | राजस्थान पुलिस ने अफीम तस्कर का सहयोग करने वाले पुलिस कर्मियों के नाम व जांच रिपोर्ट नीमच एसपी अमित तोलानी को भेजी थी | रिपोर्ट मिलने के बाद मंगलवार को नीमच एसपी ने 3 प्रधान आरक्षक व 3 आरक्षक को सस्पेंड कर दिया है | मामले की जांच एसडीओपी यशस्वी शिंदे को सौंप दी गई है ||
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