भोपाल : 6/7/2023 : आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत एमपी यूपी कई राज्य इलाज प्रदान करने में पीछे रहे हैं, इन राज्यों में 5 साल में इस योजना के तहत अस्पताल में इलाज का औसत 17% ही रहा है | जबकि एमपी में सबसे अधिक संख्या में आयुष्मान कार्ड बने इलाज का खर्च लगभग 4000 करोड़ रहा | फिर भी सिर्फ 5 लाख लोगों को ही इलाज मिला, दूसरी ओर साउथ के राज्यों सहित कुछ राज्यों में यह आंकड़ा 20 से 25% ही रहा है सालाना आधार पर यह दर और भी कम है | मेडिकल आरटीआई एक्टिविस्ट डॉ. विवेक पांडेय ने कहा कि इतने कार्ड देखकर फर्जी कार्ड की संभावना है, इसके लिए एक बड़ी जांच की ज़रूरत है | एमपी में आयुष्मान घोटाला भी हो चुका है | मध्यप्रदेश में बड़े शहरों के अलावा इम्पेनल्ड हॉस्पिटल का नेटवर्क छोटी जगहों में नगण्य है | यह वजह हो सकती है कि गंभीर न होने पर लोग स्थानीय स्तर पर इलाज करा लें | साउथ में हेल्थ नेटवर्क अच्छा है कई अधिकारियों ने माना कि योजना में इलाज के रेट फिक्स होने से निजी अस्पतालों को दिक्कत रही है | पेमेंट अटकने का भी इशु रहा | आयुष्मान योजना आने के बाद पहली बार इलाज के रेट्स पर नियंत्रण हुआ है | इतने कार्ड्स पर इलाज नहीं हुआ तो क्या फर्जी कार्ड्स बने थे, अब इस मामले की जांच की जाना चाहिए और गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले सभी आयुष्मानधारकों को इस योजना का लाभ मिलना चाहिए |
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