गुना : 8/7/2023 : सीधी में हुए पेशाब कांड के बाद एक बार फिर आदिवासियों पर अत्याचार का मामला उजागर हुआ है | सुहाया गाँव की एक आदिवासी महिला ने परेशान होकर अपनी जान दे दी | जब महिला के पति सुनील से उसकी मौत का कारण पूछा गया तो उसने जो बात बताई वो हैरान कर देने वाली थी | दरअसल, एक साल पहले यहां पंचायत चुनाव में भवर सिंह लोधा को सरपंच चुना गया था | वहीं देवेन्द्र सिंह लोधा चुनाव हार गए थे, जबकि देवेन्द्र ने गाँव वालों को वोट डालने के लिए पैसे भी दिए थे, लेकिन जब वह चुनाव हार गया तो उसने गाँव वालों से अपने पैसे वापस करने को कहा | उसने मृतक महिला के परिवार को भी 5000 रु. दिए थे | वह महिला पर पैसा वापस करने का दबाव बना रहा था और उसको धमकाया था कि अगर पैसा वापस नहीं किया तो तुम्हारे पूरे परिवार के लोगों से खेतों और घरों में काम करवाया जाएगा | इस बात से लक्ष्मी बहुत डर गई थी और उसका परिवार दहशत में रह रहा था | परिवार के गोलू सहरिया ने बताया कि हारे प्रत्याशी के परिवार के लोग हमारे परिवार को बार बार प्रताड़ित कर रहे थे जिससे लक्ष्मी डर गई और उसने कमरे में फांसी लगाकर अपनी जान दे दी | गोलू ने बताया कि 10 साल पहले उसके पिता हरि सहरिया भी गाँव के सरपंच थे, गोलू ने बताया कि पीएम आवास स्वीकृत है, लेकिन अभी तक दो किस्तों में 80 हज़ार रुपए ही मिले हैं | सुहाया गाँव में आदिवासी महिला की मौत के बाद पुलिस ने अब तक परिवार वालों के बयान दर्ज नहीं किए हैं | पीड़ित परिवार के बयानों के आधार पर पंचायत चुनाव में हारे प्रत्याशी देवेन्द्र लोधा के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी अभी मामले की जांच चल रही है |
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