भोपाल : 14/7/2023 :( नुजहत सुल्तान ) नीलबड़ की शिव बिहार कॉलोनी में रहने वाले भूपेंद्र ऑनलाइन जालसाजों के शिकंजे में ऐसे फंसे की उन्होने अपने पूरे परिवार को ही खत्म कर दिया और खुद भी इस दुनिया से रुख्सत हो गए | दरअसल भूपेंद्र टाटा एआईजी कंपनी में काम करते थे, इसी साल अप्रैल में भूपेंद्र के मोबाइल पर ऑनलाइन जॉब के लिए मैसेज आया था | वे जॉब के लिए तैयार हो गए और उन्होने जालसाजों के जाल में फँसकर अपनी पूरी जमा पूंजी भी ऑनलाइन जॉब में लगा दी | जब पैसे खत्म हो गए तो कंपनी ने उन्हें लोन ऑफर किया और राशि कंपनी में लगवा दी | जब भूपेंद्र लोन की किस्त जमा नहीं कर पाए तो रिकवरी एजेंटों ने उन पर दबाव बनाना शुरू कर दिया | उनका मोबाइल हैक कर सभी परिचितों के नंबर ले लिए और उनके बॉस रिशतेदारों, दोस्तों को लोन रिकवरी के लिए कॉल करने लगे | एजेंट ने व्हाट्सएप डीपी का फोटो लेकर उसकी मार्फिंग की और आपत्तीजनक फोटो बनाकर दोस्तों और रिशतेदारों को व्हाट्सएप कर दिए उनसे 17 लाख रुपए की मांग की जा रही थी | भूपेंद्र इस बात को लेकर बहुत ज़्यादा परेशान हो गए थे आखिरकार उन्होने पूरे परिवार को ही खत्म कर दिया | भूपेंद्र (38) ने बुधवार रात पहले अपने दो बेटों ऋतुराज (8) और ऋषिराज (3) को कोल्डड्रिंक में सल्फास मिलाकर पिलाया जब बच्चों ने दम तोड़ दिया तब भूपेंद्र ने पत्नी ऋतु (34) के साथ घर के बरामदे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली | घटना बुधवार रात 10:30 बजे से सुबह 4 बजे तक की है | जब भूपेंद्र ने एक सुसाइड नोट लिखकर और अपने परिवार की आखिरी सेल्फी अपनी भतीजी के मोबाइल पर सेंड की थी | भतीजी ने सुबह 6 बजे जब मोबाइल खोला तो उसे घटना का पता चला उसने परिजनों को बताया | गुरुवार सुबह 7 बजे पंचशील नगर निवासी भाई धीरेन्द्र विश्वकर्मा ने पुलिस को सूचना दी, रतीबड़ पुलिस ने मृतक का मोबाइल, 4 पेज का सुसाइड नोट, सल्फास का पैकेट, कोल्डड्रिंक और पेस्ट्री घर से बरामद कर जांच शुरू कर दी है | भूपेंद्र ने सुसाइड नोट में लिखा है कि अप्रैल में मेरे पास ऑनलाइन काम के लिए मैसेज आया मैं ज़्यादा पैसो की लालच में काम करने को तैयार हो गया शुरू में थोड़ा फायदा हुआ लेकिन बाद में मैं दलदल में धँसता चला गया | जब मेरे पास पैसे खत्म हो गए तो कंपनी ने लोन लेने को कहा और मैंने लोन लेकर बहुत बड़ी गलती कर दी, मुझ पर ऑनलाइन कर्जा इतना ज़्यादा कर दिया कि मैं खुद भी हैरान हो गया मेरा फोन हैक कर मेरे परिचितों को पैसा भरने के लिए कहा जाने लगा | मुझे धमकाया गया कि अगर लोन नहीं भरा तो अश्लील फोटो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर देंगे | मैं क्राइम ब्रांच गया शिकायत करने पर वहाँ अफसर मौजूद नहीं थे | मैं नहीं चाहता कि मेरी वजह से मेरे जाने के बाद मेरा परिवार और ज़्यादा परेशान हो इसलिए सबको अपने साथ लेकर जा रहा हूँ | उसने अपने पूरे परिवार से माफी मांगी और अपनी आखिरी इच्छा के तौर पर कहा कि हमारा पोस्टमार्टम न कराए और हमारा सामूहिक दाह संस्कार करें ताकि हम चारों एक साथ रहें |
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