भोपाल : 15/7/2023 : ( नुजहत सुल्तान ) ऑनलाइन जॉब उसके बाद लोन के चंगुल में फंसे भूपेंद्र के एक हँसते खेलते परिवार के दर्दनाक अंत की कहानी शुक्रवार को हर किसी की जुबान पर थी | ऑनलाइन लोन के चक्कर में पड़ कर भूपेंद्र जैसे न जाने कितने लोग अपने परिवार को और खुद को खत्म कर रहे हैं | इस प्रकार के कई केस कोरोना के बाद से भोपाल-इंदौर सहित पूरे प्रदेश में तेज़ी से सामने आ रहे हैं | लेकिन इन मामलों में कोई सुनवाई न होने और समय पर मदद न मिल पाने से कहीं इनका रिकॉर्ड तक नहीं है | अकेले भोपाल में ही रोजाना ऑनलाइन फ्रॉड की करीब 15 शिकायतें पहुँचती हैं | लेकिन, आश्चर्य यह है कि विधानसभा में एक सवाल के जवाब में दिए गए आंकड़े बताते हैं कि प्रदेश में पिछले पाँच सालों में सिर्फ 1643 लोगों के साथ ही सायबर फ्रॉड हुआ है | जबकि हकीकत में ये आंकड़ा कई गुनाह अधिक है | प्रदेशभर में सायबर क्राइम के मामले तेज़ी से बढ़े हैं इसके बावजूद भी सायबर पुलिस मामले दर्ज करने में पीछे है | एक नियम बना लिया है कि सायबर पुलिस तब ही जांच करेगी जब वे दो लाख से अधिक का होगा | ऐसे में आधे से अधिक केस जिला सायबर पुलिस को चले जाते हैं | लेकिन सायबर सेल की मदद न मिलने से केस दर्ज नहीं हो पाते हैं | इधर, राज्य सायबर सेल के एसपी वैभव श्रीवास्तव का कहना है कि हमारे पास उन्नत फॉरेसिक लैब है, ट्रेनिंग और इंवेस्टिगेशन होता है | यहाँ जिलों की सायबर सेल को ट्रेनिंग दी जाती है कोई समस्या आने पर तकनीकी सहायता भी दी जाती है |
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