भोपाल : 17/7/2023 : (नुजहत सुल्तान ) हमीदिया अस्पताल में नई बिल्डिंग के निर्माण के लिए तो जनवरी में ही फर्म तय कर ली थी, लेकिन जहां ये 12 मंज़िला ओपीडी बनाई जानी है वहां पहले से मौजूद पुरानी बिल्डिंग को तोड़ने की कोई योजना ही नही बनाई गई | इस कारण नए ओपीडी ब्लॉक का निर्माण 6 महीने बीत जाने के बाद भी पूरा नही हो पाया है | प्लानिंग की गड़बड़ी के चलते अब तक यही तय नहीं हो पाया है कि इस बिल्डिंग को तोड़कर उससे निकला मलबा कौन हटाएगा | इसके लिए अब फर्म तय करने के लिए कागजी कार्रवाई की जा रही है | 30 जून को जारी किए गए टेंडर की टेक्निकल बिड सोमवार 17 जुलाई को खोली जाएगी | अगर सब कुछ ठीक रहा तो भी फर्म तय होने में एक महीने का समय लगेगा यानि अगस्त अंत तक ही इस बिल्डिंग को तोड़ने का काम शुरू हो पाएगा | जो फर्म इस काम को अपने हाथ में लेगी उसे बिल्डिंग को गिराकर मलबा हटाने के लिए दो महीने का समय दिया जाएगा | अस्पताल परिसर में होने के कारण ब्लास्टिंग की अनुमति नहीं होगी, काम सुबह 8 से शाम 6 बजे तक ही कर सकेंगे | यानि अक्टूबर – नवंबर तक ये जमीन नए निर्माण के लिए उपलब्ध नहीं हो पाएगी | इस बिल्डिंग के निर्माण के बाद मरीजों को मिलने वाले फ़ायदों में सबसे बेहतर फायदा होगा कि मरीजों को अलग-अलग डिपार्टमेंट के लिए अलग-अलग ओपीडी की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी | मरीज बिना इधर उधर भटके सीधा संबन्धित विभाग की ओपीडी में जाएगा और वहीं उसका रजिस्ट्रेशन कर पर्चा दिया जाएगा | इसके अलावा तमाम विभागों में ही सैंपल कलेक्शन के लिए काउंटर होगा | मरीज को सैंपल देने के लिए सीपीएल जाने की जरूरत नही पड़ेगी | मरीजों को दवा लेने के लिए दूसरी बिल्डिंग में न जाना पड़े इसलिए दवा काउंटर भी उसी ब्लॉक में होगा | बेसमेंट और ग्राउंड फ्लोर पर दोपहिया और चार पहिया वाहनों के लिए अलग-अलग पार्किंग होगी | यहाँ पर मरीज और स्टाफ के लिए पर्याप्त वाहन पार्किंग दी जाएगी | ऊपर पहले दो फ्लोर पर अलग क्रिटिकल केयर यूनिट स्थापित की जाएगी | इसके लिए केंद्र सरकार ने 19 करोड़ रु. का बजट दिया है |
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