राजगढ़ : 19/7/2023 : राजगढ़ में एक बैंक मैनेजर के द्वारा ही नकली सोने को असली बताकर गोल्ड लोन लेने का मामला सामने आया है, बैंक मैनेजर ने सुनार और बैंक के ही एक कर्मचारी के साथ मिलकर ग्राहकों को चपत लगा दी | यह घोटाला साल 2020 से साल 2023 तक चलता रहा, बैंक मैनेजर हनुमंत शरण ने अलग-अलग ग्राहकों के अलग-अलग तरीके से दस्तावेज़ लिए कुछ पर साइन कराए व इन दस्तावेज़ों के ज़रिए गोल्ड लोन की फाइलें तैयार करा ली | बाद में बैंक में नकली सोना रख दिया और लोन निकाल लिया | जिस सुनार से बैंक में सोना असली नकली की पहचान करवाई गई वह भी मैनेजर के साथ इस घोटाले में शामिल था | जब ग्राहकों के पास बैंक ने नोटिस भेजे तब इस घोटाले की जानकारी लगी, ग्राहकों ने बैंक के नोटिस के जवाब में कहा कि मैनेजर हनुमंत मेवाड़े ने कहा कि हमें लोन लेना है, और हमारे नाम पर हमें लोन मिल नहीं सकता इसलिए तुम्हारे नाम पर गोल्ड लोन ले लेता हूं | मैनेजर ने ही बैंक में गोल्ड जमा करने के लिए दिया था, जबकि, लोन के रूप में कोई राशि ग्राहकों को नहीं मिली हालांकि इस संबंध में मैनेजर हनुमंत के फरवरी 23 से ही फरार होने के कारण न तो पुलिस पूछताछ कर सकी है, और न ही बैंक प्रबंधन | जब तक बैंक मैनेजर यहां पदस्थ थे तब तक घोटाला पकड़ में नहीं आया जबकि इस बीच बैंक में ऑडिट भी हुआ | बैंक मैनेजर के फरार होने के बाद ऑडिट में यह मामला पकड़ में आ गया है | इस मामले में पुलिस ने बैंक मैनेजर सहित 14 लोगों पर केस दर्ज किया है | इनमें 11 ग्राहक, और दो सुनार शामिल हैं इसमे एक सुनार की 2 साल पहले मौत हो चुकी है |
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