दमोह : 21/7/2023 : दमोह जिले के पथरिया क्षेत्र के पिपरिया छक्का गाँव का एक अनोखा मामला सामने आया है, दरअसल यहां 14 मई को तालाब से कुछ दूर मिट्टी में दबा कंकाल मिला था गाँव के किसान लक्ष्मण पटेल और उनकी पत्नी यशोदा पटेल ने इस कंकाल के कपड़े और सामान देखे इसके बाद दावा किया कि यह कंकाल उनके गुमशुदा बेटे जयराज का है | जयराज 29 मार्च से लापता था, पिता लक्ष्मण ने उसे खोजने वाले को 5 लाख रु. का इनाम देने की घोषणा भी की थी | लेकिन वह नहीं मिला था | इधर कंकाल मिलने के बाद पुलिस ने मस्तिष्क की हड्डी, बाल के सैंपल लेकर डीएनए टेस्ट के लिए भेजे | कंकाल अपने बेटे का दावा करने वाले माता –पिता का भी डीएनए टेस्ट कराया | रिपोर्ट में माता-पिता के डीएनए से कंकाल का डीएनए मैच नहीं हुआ इसलिए पुलिस ने माता-पिता को कंकाल देने से मना कर दिया | दरअसल, माता-पिता ने आईवीएफ (इन विट्रो फर्टिलाइजेशन ) ट्रीटमेंट से टेस्टट्यूब बेबी पैदा किया था | उस समय स्पर्म और अंडे दान लिए अब बेटे का डीएनए माता -पिता के डीएनए से मैच नहीं हो रहा है | इसलिए पुलिस उन्हें माता-पिता न मानते हुए उन्हें अस्थियां देने से इनकार कर रही है | अब आईवीएफ करने वाले अस्पताल की मदद से स्पर्म और अंडे दान करने वालों के डीएनए की जांच होगी इसके बाद ही वह बेटे की अस्थियां विसर्जित कर पाएंगे |
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