भोपाल : 23/08/2023 : शिव बिहार कॉलोनी में रहने वाले भूपेंद्र ने ऑनलाइन लोन के जाल में फंसकर अपने पूरे परिवार को खत्म कर दिया था | ऑनलाइन लोन की रिकवरी के जाल में ऐसे फंसे कि उलझते ही चले गए भूपेंद्र ने बैंक ऑफ बड़ौदा के जिस खाते में 11 अप्रैल को तीन बार में 95,700 रुपए ट्रांसफर किए थे | वह चीन से एक्सेस हो रहा था | यही नहीं, 11 से 13 अप्रैल के बीच इस खाते में जालसाजों के 8 करोड़ रुपए का लेन-देन हुआ था | हालांकि, यह खाता अमायरा ट्रेडर्स के नाम से भोपाल में ही खुला है | अमायरा ट्रेडर्स के इस खाते से 200 बैंक खातों में रकम ट्रांसफर हुई है, जैसे ही खाते में दो लाख रुपए से अधिक की राशि जमा होती थी, उसे तत्काल यूपीआई के जरिए दूसरे खाते में ट्रांसफर कर लिया जाता था, ताकि आयकर विभाग को अलर्ट न पहुंचे, भूपेंद्र को रिकवरी के लिए दिल्ली, फरीदाबाद, अहमदाबाद के कॉल सेंटर से कॉल आ रहे थे | इसमें कुछ कॉल पाकिस्तान से भी ट्रेस हुए हैं | अमायरा ट्रेडर्स के नाम से खुले इस खाते में फिलहाल 17 लाख रुपए जमा हैं, वहीं एक करोड़ रुपए से अधिक की राशि बकाया है | यह राशि सायबर फ्रॉड की राशि लेने के लिए बैंक से लगाई गई है | इस मामले में कुछ दिन पहले राजस्थान से खलील को पकड़ा था, खलील फर्जी बैंक खाते जालसाजों को उपलब्ध कराता था | उसने 40 हज़ार में अपना खाता जालसाजों को किराए पर दिया था | इस मामले के मुख्य पांच आरोपियों को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार किया था | जिन्हे दो दिन के रिमांड के बाद आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है |
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