भोपाल : 28/08/2023 :( नुजहत सुल्तान ) सरकारी अस्पतालों के खुलने का समय सुबह 9 बजे तय है, लेकिन डॉक्टर 10 बजे तक पहुंचते है देरी के पीछे तर्क होता है कि, वे राउंड पर थे या किसी इमरजेंसी के लिए गए थे | इधर, नर्सिंग सहित अन्य स्टाफ भी मनमानी कर रहा है, इसका खामियाजा मरीज भुगत रहे हैं | यहां इलाज कराने पहुंचे मरीजों की लंबी-लंबी लाइनें लगी हुई है, लेकिन डॉक्टरों के चैंबर खाली पड़े हैं | गायनकॉलोजी डिपार्टमेंट नेत्ररोग विभाग, अस्थि रोग विभाग, मेडिसिन डिपार्टमेंट में अधिकतर चैंबर खाली हैं | जबकि, सभी चैंबरों के सामने मरीजों की लाइनें लगी हैं | मरीजों से पूछने पर पता चला कि वह सुबह नौ बजे से लाइनें लगाकर खड़े हुए हैं पर डॉक्टर अभी तक नहीं पहुंचे हैं | वहीं आई डिपार्ट मेंट में सीमा सिंह मरीज देख रही थी सामने एनसीडी क्लीनिक में महिला कर्मचारी मरीज का बीपी चैक कर रही थी, फर्स्ट फ्लोर पर डॉ. नीलिमा सोनी के चैंबर में डॉक्टर मरीज के दांत में प्रोसीजर कर रही थी | नीचे इमरजेंसी में भी डॉक्टर मरीज देख रहे थे | जब देरी से अस्पताल पहुँचने पर डॉक्टरों से पूछा गाय तो उन्होने वार्डों में राउंड लेकर आने से देरी होने की बात कही, उन्होने यह भी कहा कि, जिस मरीज को जिस डॉक्टर ने भर्ती किया है उसकी छुट्टी होने तक की जिम्मेदारी उसी की होती है | ऐसे में सुबह शाम आते जाते वार्डों में राउंड लेना होता है | मेन गेट पर महिला कर्मचारी मोबाइल पर गाना सुन रही है, ओपीडी काउंटर खाली पड़े हैं | सफाई कर रही महिला कर्मचारी से डॉक्टर के आने का टाइम पूछा गया तो सिक्योरिटी गार्ड आया और बोला डॉक्टर के आने में टाइम है | डॉक्टर का इंतज़ार ही कर रहे थे तभी एक महिला मोपेड से आई और अंदर लगी बायोमेट्रिक मशीन पर अंगूठा लगाया और गाड़ी लेकर चली गई | चंद मिनट बाद एक ओर महिला लोवर टी शर्ट में आई और बायोमेट्रिक मशीन पर अंगूठा लगाया और चली गई | यह महिलाएं दरअसल नर्सिंग स्टाफ की थी इनकी ड्यूटी सुबह 9 बजे से शुरू होती है, इसलिए अंगूठा लगाने आईं थी | अब ये डॉक्टरों के आने के समय तक आ जाएंगी | कलेक्टर आशीष सिंह जुलाई में भी जेपी अस्पताल पहुंचे थे, तब 20 डॉक्टर ड्यूटी से गायब थे इनमें दो डॉक्टर बिना किसी सूचना के गायब पाए गए थे | इनमें एक संविदा डॉक्टर की सेवाएं समाप्त की गई थी जबकि, एक नियमित डॉक्टर को निलंबित किया गया था | वे अभी बहाल नहीं हुए हैं, बाकी 18 डॉक्टरों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था | इसके आगे कोई कार्रवाई नहीं की गई |
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