भोपाल : 07/09/2023 :हमीदिया अस्पताल में जहां आए दिन हो रहे झगड़ों की खबरें सुनने को मिलती है जहां स्टाफ और डॉक्टरों पर अव्यवस्थाओं और लापरवाही के आरोप लगाए जाते हैं | वहीं आज हमीदिया के डॉक्टरों ने खुद के खर्च पर मरीज की सर्जरी कर इंसानियत की मिसाल दी है | दरअसल, बैरागढ़ गांव निवासी 29 वर्षीय संदीप सिंह ड्राइवर है, वह शनिवार शाम करीब 7 बजे बाइक से जबलपुर जाने के लिए अकेले निकला था | तभी बाड़ी के पास पीछे से बाइक पर आए तीन लुटेरों ने उसके सिर पर डंडा मारकर उसे गिरा दिया था | संदीप के नीचे गिरते ही बदमाश उसका मोबाइल और नगदी लूटकर भाग गए थे | गंभीर घायल संदीप को 1 अगस्त की सुबह एंबुलेंस की मदद से हमीदिया लाया गया था | उनके सिर में गंभीर चोट थी और बाएं पैर में घुटने के ऊपर और नीचे दोनों ओर की हड्डियों बुरी तरह से टूट गई थी | इस स्थिति को मेडिकल की भाषा में प्लोटिंग भी कहा जाता है | यानि, घुटना तो सुरक्षित है, लेकिन ऊपर और नीचे की हड्डी टूट चुकी थी | ऐसे में मरीज को दोनों हड्डियों को जोड़ने के लिए दो अलग-अलग सर्जरी की जानी थी, मरीज ना तो आयुष्मान भारत योजना का हितग्राही था और ना ही उसके पास इंप्लांट ( हड्डियों को जोड़ने वाली राड ) खरीदने के लिए पैसे थे, तब मरीज की सर्जरी में शामिल रहे डॉक्टरों ने करीब दोनों इंप्लांट खुद के पैसों से मंगवाकर संदीप को लगाए | संदीप के सिर में 18 टांके आए हैं, पैर की पहली सर्जरी शुक्रवार सुबह 5 बजे शुरू हुई जो दो घंटे चली दूसरी सर्जरी मंगलवार को हुई है | संदीप के पैर की अंगुलियों में मूवमेंट आ गया है, ब्लड सर्कुलेशन भी रहा है | दोनों ही सर्जरी सफल रही धीरे-धीरे हालत में सुधार हो रहा है मरीज पूरी तरह से खतरे से बाहर है |
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