धार : 11/09/2023 : ऐतिहासिक भोजशाला के गर्भगृह में शनिवार देर रात कुछ लोगों ने मां वाग्देवी की प्रतिमा रख दी, रविवार सुबह सोशल मीडिया पर इसके फोटो वायरल होने के बाद पुलिस-प्रशासन ने प्रतिमा हटा दी, अब भोजशाला के अंदर अधिक सुरक्षा के इंतेजाम किए गए हैं | 1997 को कलेक्टर ने भोजशाला में आम लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया था | और मंगलवार की पूजा भी बंद कराई थी | सिर्फ बसंत पंचमी पर पूजा और मुस्लिमों को जुम्मा की नमाज़ की इजाज़त दी थी | 1998 को केंद्रीय पुरातत्व विभाग ने आगामी आदेश तक प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया था | उसके बाद 2003 में बिना फूल- माला के पूजा करने की अनुमति दी गई थी | पर्यटकों के लिए भी भोजशाला को खोला गया | लेकिन यहां सांप्रदायिक तनाव के बाद हिंसा फ़ैली | बसंत पंचमी और जुम्मे का दिन एक साथ पड़ने पर यहां माहौल बिगड़ गया था | हिंदुओं के जगह छोड़ने से मना करने पर पुलिस को हवाई फायरिंग और लाठीचार्ज करना पड़ा था | बार बार विवाद की स्थिति बनने से यहां सिर्फ मंगलवार को पूजा और जुम्मा को नमाज़ पढ़ने की अनुमति दी थी बाकी 5 दिन यह पर्यटकों के लिए खुलता है | लेकिन शनिवार की रात कुछ अज्ञात लोग यहां प्रतिमा रखते सीसीटीवी में कैद हुए हैं | आरोपी सुरक्षा के लिए लगे हुए फेंसिंग तार काटकर गर्भगृह में घुसे थे | पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है | इधर, हिंदू संगठन ने फिर से प्रतिमा विराजित करने की मांग की है, वही शहरकाजी वकार सादिक़ ने ज्ञापन देकर सुरक्षा के इंतेजाम की मांग की है |
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