भोपाल : 14/09/2023 :( नुजहत सुल्तान) भोपाल में प्रधान मंत्री उज्जवला योजना के तहत करीब 1 लाख से अधिक लोगों ने कनेक्शन लिया था जिसके लिए उन्हें अपने परिवार के सभी सदस्यों के आधार कार्ड और समग्र आईडी देनी होती है | इसकी जांच की जाती है कि, परिवार के नाम पर कोई दूसरा कनेक्शन तो नहीं है इसकी जांच के बाद ही एजेंसी कनेक्शन जारी करती है | लोगों ने गलत जानकारी देकर उज्जवला कनेक्शन लिए थे कई लोग जो सरकारी नौकरी करते हैं, कोई कंपनी में बड़े पद पर हैं तो कोई इनकम टैक्स चुका रहा है, फिर भी उज्जवला कनेक्शन ले रखा है | ऐसे लोग जिन्होने गरीबी रेखा का राशन कार्ड लगाकर उज्जवला कनेक्शन महिला के नाम पर लिया और इसके बाद घर के किसी दूसरे सदस्य ने कहीं और से दूसरा कनेक्शन ले लिया है तो ऐसे में दोनों कनेक्शन ब्लॉक हो रहे हैं | अपनी ये परेशानी लेकर शहर के गैस उपभोक्ता एजेंसियों पर शिकायत लेकर पहुँच रहे हैं | कनेक्शन ब्लॉक होने पर एजेंसी संचालकों से विवाद की स्थिति भी बन रही है | उज्जवला कनेक्शन में भी गलत जानकारी देने की बात सामने आ रही है | हालांकि, इन्हें ब्लॉक नहीं किया जा रहा है | अयोध्या बायपास की एक कॉलोनी में रहने वाले मोहन कुमार भोपाल की एक आईटी कंपनी में काम करते हैं, उन्होने 2015 में पहले रायपुर में उज्जवला कनेक्शन बहन के नाम पर लिया था | परिवार के सभी सदस्यों के आधार कार्ड लगाए थे बाद में उन्होने भोपाल में खुद के नाम पर नॉर्मल कनेक्शन ले लिया तो जुलाई में कनेक्शन ब्लॉक हो गया, उज्जवला कनेक्शन सरेंडर करने पर यहाँ कनेक्शन चालू हो सका | डी-डुप्लीकेशन वाले कनेक्शन की जांच के लिए नए सॉफ्टवेयर से पिछले तीन महीने में 1 हज़ार से ज़्यादा कनेक्शन ब्लॉक हो चुके हैं |
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