भोपाल : 25/09/2023 : फर्जी बिल्डिंग परमिशन के ज़रिए मकान बनाने की गड़बड़ी अब बड़ी होती जा रही है | बुधवार को बिल्डिंग परमिशन शाखा ने ऐसे ही फर्जी निर्माण तोड़ने की कार्रवाई की थी, ये कार्रवाई करने में ही निगम अमले को आठ महीने लग गए | क्योंकि, एमआईसी मेंबर ने इसकी शिकायत आठ महीने पहले कमिश्नर से की थी | इस कार्रवाई को चार दिन बीत गए हैं लेकिन अब तक एफआईआर दर्ज नहीं की गई है | चीफ सिटी प्लानर नीरज आनंद लिखार ने बयान दिया था कि, संबंधित एई को एफआईआर करवाने के निर्देश दे दिए गए हैं | हालात यह है कि, इन चार दिनों में कोलार थाने में कोई शिकायत तक नहीं दी गई | एमआईसी सदस्य रवींद्र यति का कहना है कि, ये किसी एक व्यक्ति का काम नहीं है, ये एक गिरोह है जो सक्रिय है | यति का कहना है कि इस गिरोह में कुछ आर्किटेक्ट निगम के कर्मचारी भी मिले हो सकते हैं | दूसरे के ज़ोन के नखशे को कॉपी पेस्ट कर नया नक्शा बनाना या नगर पालिका के समय की परमिशन को नया बताकर जारी कर देना इस गिरोह का शगल है | हालांकि इतनी बड़ी गड़बड़ी सामने आने के चार दिन बाद भी बिल्डिंग परमिशन शाखा ने कोई एफआईआर दर्ज नहीं करवाई है | इस मामले की जांच के लिए निगम कमिश्नर ने एडीसी पवन सिंह को ज़िम्मेदारी सौंपी है | इसमें लोकायुक्त या ईओडब्ल्यू जैसी इंवेस्टिगेटिव एजेंसी को भी संज्ञान लेना चाहिए |
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