ब्रेकिंग न्यूज़ मुंबई : सलमान खान के घर फायरिंग के आरोप में गिरफ्तार आरोपी हिरासत में फंदे पर लटका मौत |                खंडवा : मार्कशीट में जन्मतिथि देखकर प्रेम विवाह करने वाली लड़की निकली नाबालिग प्रेमी गिरफ्तार |                 दतिया : डायनामाइट में पत्थर मारते ही विस्फोट, दो युवकों की मौत |                इंदौर : फर्जी बिल कांड में तीन कर्मचारी बर्खास्त |                इंदौर : कांग्रेस नेता मनोज सुले ने अपने कोल्ड स्टोरेज में फांसी लगाकर की अत्महत्या |                रतलाम : गला दबाकर पत्नी की हत्या कर आत्महत्या दिखाने के लिए मुंह में डाला जहर |                आलीराजपुर : शादी में जा रहे 2 भाइयों की ट्रक की चपेट में आने से मौत |                राजगढ़ : जंगल में पेड़ पर लटका मिला 72 दिन से गायब युवक का कंकाल |                झाबुआ : साड़ी के फंदे में फर्श पर मिला युवक का शव, हत्या की आशंका |                  
हर साल सड़कों के गड्ढे भरने में 100 करोड़ खर्च करने के बाद भी सड़कें जगह-जगह उखड़ी पड़ी

भोपाल : 26/09/2023 :( नुजहत सुल्तान )   भोपाल रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड के पास से गुजरने वाली जिस हमीदिया रोड पर गड्ढों को देखकर पिछले साल सीएम ने नाराजगी जताई थी उस पर आज भी गड्ढे हैं | पुल बोगदा से लेकर शाहजहांनाबाद थाने तक 6.7 किमी की यह श्हर की पहली मेन रोड है | पांच साल पहले यह 22 करोड़ रुपए से बनी थी | लेकिन अभी अल्पना टॉकीज, भारत टॉकीज और भोपाल टॉकीज सहित कई जगहों पर गड्ढे हैं | इसी तरह 20 करोड़ रुपए खर्च कर बनी भेल क्षेत्र की प्रमुख सड़क जेके रोड की हालत ऐसी है, कि वहां से गुजरना मुश्किल हो गया है | शहर की लगभग सभी मेन रोड की हालत ऐसी ही है | डामर से बनी इन सड़कों की रिपेयरिंग पर हर साल 100 करोड़ से ज़्यादा खर्च होता है, फिर भी लोग परेशान होते हैं | हर साल बारिश के बाद सड़कों पर गहरे गड्ढे नज़र आने लगते हैं, जिससे वाहन चालकों को आवाजाही में परेशानियों का सामना करना पड़ता है इन गड्ढों भरी सड़कों पर लोग हादसों का शिकार होते हैं, इसी बारिश में मीनाल गेट के सामने तीन नंबर पर जगह-जगह गड्ढे हैं, सागर हाई स्ट्रीट, तिरुपति हाइट्स बालाजी परिसर के सामने करीब 200 किमी दायरे में सल्फेस उखड़ा है | भानपुर से करोंद चौराहे के बीच छोटे बड़े 12 गड्ढे हैं, सेंट्रल जेल से संत आसाराम चौराहे के 3 किमी दायरे में सड़क जगह-जगह उखड़ी पड़ी है | विशेषज्ञों का कहना है कि, ये सड़कें अगर सीमेंट से बनी होती तो हर बार मेंटेनेंस नहीं करना पड़ता |   

 

Advertisment
 
प्रधान संपादक समाचार संपादक
सैफु द्घीन सैफी डॉ मीनू पाण्ड्य
Copyright © 2016-17 LOKJUNG.com              Service and private policy              Email : lokjung.saify@gmail.com