इंदौर : 13/10/2023 : 24 मार्च को इंदौर की एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने शिकायत की थी, कि उसे व्हाट्सएप पर मैसेज मिला था | फिर टेलीग्राम पर संचालित ग्रुप में लिंक भेजी, टास्क पूरा करने पर लाखों रु. मिलने का झांसा देकर उसके 16.64 लाख रु. बदमाशों ने कई खातों में डलवा लिए थे | पहले युवती से 500 रु. लेकर उसे 2000 रु. दिए | फिर उससे मोटी रकम मांगी उसे एप के डेशबोर्ड पर उसकी राशि और मुनाफा दिखाया जात था | इस तरह उसे झांसे में लिया | जब युवती ने अपनी रकम मांगी तो ग्रुप ही बंद कर दिया | होतवानी ने कबूला कि उसे नेमाने ने राशि देकर अकाउंट उपलब्ध करवाने को कहा था | पता चला कि वह 2017 से लगातार विभिन्न बैंकों में अधिकारी रह चुका है | अपने संपर्क का गलत उपयोग करते हुए वह फर्जी पते पर अधिकतम ट्रांजेक्शन लिमिट वाले खाते खुलवाता था | ठगी करने वाली इस गैंग का मास्टरमाइंड अहमदाबाद और सरगना दुबई में रहता है | गोपनीय लोकेशन भेजकर उसे दुबई भेजा गया था, उसे बड़ी संख्या में एक्टिवेटेड इंटरनेशनल रोमिंग सिम देकर भेजा गया था | वह एक सरगना से मिला और सिम दी और लौट आया | गैंग के दोनों बदमाशों को इंदौर साइबर सेल ने अहमदाबाद से गिरफ्तार किया है |
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