भोपाल : 23/10/2023 :( नुजहत सुल्तान ) साफ सफाई के मामले में भोपाल ने देश का 6वां स्थान प्राप्त किया था, भोपाल ने कचरे के पहाड़ भानपुर खंती को पार्क में बदलने में जो काम और इच्छा शक्ति दिखाई वह अन्य कामों में नज़र नहीं आ रही है | शहर में रैगिंग के लिए कचरे को हरे रंग की जाली या पोस्टर लगाकर छिपाया जाता है | अगर इसकी जगह उसे साफ करने पर ध्यान दिया जाए तो शहर को साफ- सुथरा किया जा सकता है | लेकिन नगर-निगम अवैध कॉलोनियों को उनके हाल पर छोड़ देता है, इस कारण शहर में गंदगी अधिक बढ़ रही है | कचरा शहर के लोगों के लिए सबसे बड़ी परेशानी बनता जा रहा है | शहर के अधिकतर इलाकों में लोगों की मुख्य समस्या कचरे के ढ़ेर, नाली और खुले सीवेज बन गए हैं | जगह-जगह कचरे के ढ़ेर लगे मिलते हैं | अशोका गार्डन के एक इलाक़े में तो कचरा जलने के कारण महिलाएं और बुजुर्ग अपने घर छोड़कर रिशतेदारों के यहाँ जाने को मजबूर हो रहे हैं | परेशान रहवासी नगर-निगम के हर विभाग और अधिकारियों से लेकर सीएम हेल्पलाइन तक में शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कोई समाधान नही निकला है | अब तो नगर-निगम भी मान चुका है कि, शहर से 15% कचरा नहीं उठ पाता है | नगर-निगम को कचरा प्रबंधन पर नए सिरे से प्लानिंग करना होगा | कचरा गाड़ियों का समय लोगों की सुविधा के अनुसार तय करना होगा | वहीं खाली प्लॉंट पर भी कचरा फेंकने वालों पर सख्ती बरती जाए तो हमारा शहर भी स्वच्छ सर्वेक्षण में नंबर वन बन सकता है |
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