भोपाल : 23/10/2023 : सीपीए ने करीब 12 साल पहले तालाब किनारे पेड़ लगाते समय प्लांटेंशन की जानकारी देते हुए एक बोर्ड भी लगाया था,, लेकिन अब वह भी गायब होने की कगार पर है | यहां बोर्ड के आसपास ही 10 से अधिक पेड़ सूखे पड़े हैं | निगरानी नहीं होने और अज्ञात तत्वों द्वारा आए दिन पेड़ो की अंधाधुंध कटाई के चलते शहर की हरियाली खत्म होती जा रही है | साल 2011 में सीपीए ने राजेंद्र नगर कॉलोनी के पीछे करीब 4 हज़ार से अधिक पेड़ लगाए थे, लेकिन अब हाल ये है कि, यहां 100 पेड़ भी नहीं बचे हैं | और जो पेड़ नज़र आ रहे हैं वह भी सूख चुके हैं | हैरत की बात तो ये है कि लगातार गायब हो रहे पेड़ों को लेकर सरकारी एजेंसियां अब भी बेपरवाह बनी बैठी हुई हैं | यही कारण है कि तालाब किनारे विकसित मिनी फॉरेस्ट तेज़ी से खत्म होता जा रहा है | जिम्मेदारों द्वारा इसी तरह की लापरवाही आसपास के दूसरे वन क्षेत्रों में भी बरती जा रही है |
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