भोपाल : 27/10/2023 :( नुजहत सुल्तान ) राज्य शासन ने एनजीटी के आदेश पर कलियासोत और केरवा डेम में अतिक्रमण की जानकारी हासिल करने के लिए एक टीम गठित की थी | अफसरों द्वारा सर्वे किया गया तो कलियासोत डेम क्षेत्र में उन्हें एक भी अतिक्रमण नहीं मिला, वहीं केरवा डैम के आस पास 33 मीटर के दायरे में कई अवैध कब्जे मिले हैं | नई सर्वे रिपोर्ट के अनुसार कलियासोत डेम के चारों तरफ 96 और केरवा डेम के चारों तरफ 33 अतिक्रमण मिले हैं | पुरानी कमेटी की रिपोर्ट में परिस्थिति इसके विपरीत है | वहीं दोनों कमेटी की रिपोर्ट में कलियासोत डेम और केरवा डेम के हेक्टेयर में भी अलग-अलग रिपोर्ट सामने आई है | पुरानी रिपोर्ट की तुलना में नई रिपोर्ट में 20 हेक्टेयर जमीन कम हो गई है | इसी प्रकार पुरानी कमेटी की रिपोर्ट में कहा गया है कि कलियासोत और केरवा इलाके में टूटी हुई मुनारे मिली हैं | लेकिन नई मुनारें लगाने का कोई प्रावधान शासन के पास नहीं है | पुरानी रिपोर्ट में दोनों डेम में कहीं पर भी सीवेज मिलते हुए नहीं पाया गया | वहीं नई रिपोर्ट के मुताबिक कलियासोत में चार स्थानों पर और केरवा में मिंडोरा, मिंडोरी और कुशलपुरा के गांवों से 78 केएलडी सीवेज मिला है | यहाँ दोनों टीमें अपनी अलग-अलग रिपोर्ट पेश कर रही हैं सर्वे टीम को कलियासोत में 96 अतिक्रमण मिले थे, इसमें 84 सरकारी जमीन पर जबकि 12 निजी हैं | सरकारी जमीन पर कब्जाधारियों को अभी नोटिस जारी नहीं हुए हैं जबकि निजी जमीन वालों को नोटिस दे दिया गया है | डॉ. सुभाष सी. पाण्डेय ने मांग की है कि एनजीटी द्वारा सीएस पर लगाई गई 5 लाख रु. की पेनाल्टी को माफ न किया जाए | लेकिन एनजीटी ने पेनाल्टी वापस लेते हुए अतिक्रमण चिन्हित कर सभी को नोटिस जारी कर दिए हैं, मार्च तक सभी अतिक्रमणों को हटा दिया जाएगा |
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