भोपाल : 28/10/2023 : सागर जिले के गोपालगंज थाने में भ्रमण के दौरान डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना को अस्त-व्यस्त पड़े जब्त वाहन खड़े नज़र आए थे | आधे से ज्यादा थाना परिसर इन्हें वाहनों से भरा पड़ा था | डीजीपी ने प्रदेशभर के थानों से इस तरह के सभी वाहनों को हटाकर उनकी नीलामी की प्रक्रिया शुरू करवा दी है | जिससे थाना परिसर साफ सुथरा दिखाई दे सके | इसके बाद हरकत में आए भोपाल के पुलिस अफसरों ने इस नीलामी प्रक्रिया की शुरुआत करवाई थी | अब तक थानों में 25 पुलिस एक्ट के तहत जब्त वाहनों की नीलामी में संबंधित एसडीएम की खास भूमिका रहती थी | भोपाल में कमिश्नरेट प्रणाली लागू होने के बाद अब ये अधिकार भी पुलिस को मिल गए हैं | पिछले कुछ दिनों में 16680 वाहनों को नीलाम किया जा चुका है | इनमें भोपाल पुलिस कमिश्नरेट के 538 और भोपाल ग्रामीण के 143 वाहन नीलाम हुए हैं | सबसे बेहतर काम जबलपुर, भोपाल, ग्वालियर, नरसिंहपुर, टीकमगढ़, शहडोल, बुरहानपुर, डिंडोरी और श्योपुर में किया गया है | जिला भोपाल इस अभियान से पहले भी करीब दो हज़ार वाहनों का निराकरण करवा चुका है | वाहनों के निराकरण के लिए थाना प्रभारी नाकाफी कोशिश ही करते हैं, हर महीने लावारिस वाहनों की सूची तैयार कर संबंधित मजिस्ट्रेट से इनकी नीलामी करवानी चाहिए | विवेचना अधिकारी जब्त वाहनों पर अपराध क्रमांक और जब्ती की जानकारी नहीं लिखते हैं | इससे कौन सा वाहन किस अपराध में खड़ा है, ये जानकारी याद नहीं रहती |
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