भोपाल : 02/11/2023 : आईटीआई बिल्डिंग निर्माण का ठेका लेकर एनपीसीसी ( नेशनल प्रोजेक्ट कंस्ट्रक्शन कॉर्पोरेशन ) के ज़ोनल मैनेजर एमए मंसूरी को फर्जी बैंक गारंटी देकर 10 करोड़ से अधिक राशि हजम करने के मामले में कंपनी के मैनेजर ने क्राइम ब्रांच में आरोपी तिरुपति कंस्ट्रक्शन के मालिक नागपुर निवासी नितिन सुभाष शर्मा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी | आरोपी ने कूटरचित दस्तावेजों का उपयोग कर 10 करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी की थी | मंसूरी ने बताया कि एनपीसीसी और श्री तिरुपति कंस्ट्रक्शन के प्रोपराइटर शर्मा के बीच 14 सितंबर 2018 में आईटीआई जबलपुर, आईटीआई रीवा और आईटीआई शहडोल के कंस्ट्रक्शन का 113.4 करोड़ का अनुबंध हुआ था | अनुबंध के अनुसार कंपनी को पाँच फीसदी बैंक गारंटी के रूप में एनपीसीसी में देना था | उन्होने यूको बैंक नागपुर और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया नागपुर से बैंक गारंटी लगाई थी | जिनकी अवधि खत्म होने पर तिरुपति कंस्ट्रक्शन ने नई बैंक गारंटी दोबारा 4 मई 2021 को दी | सभी बैंक गारंटी एनपीसीसी द्वारा जब बैंक से चैक कराई गईं तो बैंकों ने गारंटी फर्जी बताई | इस तरह शर्मा ने एनपीसीसी के साथ किया गया करोड़ों का घोटाला सामने आया था | आरोपी नितिन के खिलाफ क्राइम ब्रांच ने दो साल पहले धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज की थी | आरोपी दो सालों से पुलिस को चकमा दे रहा था, वह लगातार अपने ठिकाने बदल रहा था | इसी दौरान किसी से पुलिस को जानकारी मिली कि नितिन नागपुर में है | सूचना मिलने पर क्राइम ब्रांच की टीम ने नागपुर में घेराबंदी कर नागपुर के सोमरवाड़ा इलाक़े से उसे दबोचा | अब पुलिस जांच कर रही है कि आरोपी की कंपनी ने और किन किन कामों के लिए बैंक गारंटी जमा की थी |
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