मुंबई : 17/11/2023 : बैंकों द्वारा दिए जाने वाले पर्सनल लोन को असुरक्षित कर्ज मानते हुए बैंकों पर लोन देने के मामले में रोक लगाई गई है || इस साल पर्सनल लोन जैसे असुरक्षित कर्ज 23% अधिक उठाए गए हैं, देश में ऐसे लोन की ग्रोथ 12% या 14% ही है, चूंकि, असुरक्षित लोन के बदले ग्राहक बैंक या एनबीएफसी के पास कुछ गिरवी नहीं रखता | लिहाजा इनके डिफॉल्ट होने पर वसूली करने में दिक्कत होती है | कुछ ही हफ्ते पहले रिजर्व बैंक ने तेज़ी से बढ़ते पर्सनल लोन को लेकर चेतावनी दी थी | कि वे पर्सनल लोन और क्रेडिट कार्ड लोन जैसे एसेट्स के लिए बतौर बफर अधिक पूंजी अलग रखें | दरअसल आरबीआई देश में तेज़ी से बढ़ते असुरक्षित लोन पर लगाम लगाना चाहता है | आरबीआई ने बैंक के पुराने कंज़्यूमर लोन के साथ- साथ इस कैटेगरी के नए कर्ज के बारे में भी रिस्क वेटेज 0.25% बढ़ाकर 125% कर दिया है | केंद्रीय बैंक ने एक बयान में कहा कि इसमें पर्सनल लोन शामिल है, लेकिन होम लोन, एजुकेशन लोन, व्हीकल लोन और गोल्ड लोन शामिल नहीं है |
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