भोपाल : शनिवार रात शहडोल के ब्यौहारी में अवैध खनन रोकने पटवारी प्रसन्न सिंह अपने साथियों के साथ गए थे, लेकिन खनन माफिया ने उनकी हत्या कर दी थी | प्रसन्न सिंह की दर्दनाक मौत के बाद बोखलाई बेटी प्रिय सिंह ने अब प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए पूछा कि जब पटवारियों को रात के समय खनन रोकने भेजा जा रहा था, तो पुलिस उनके साथ में क्यों नही गई ? इस मामले में शहडोल कलेक्टर वंदना वैद्द ने कहा कि घटना की शाम एसडीएम सहित माइनिंग के बड़े अधिकारी मौके पर मौजूद थे | पटवारियों को सिर्फ मौका मुआयना के लिए भेजा था, दुर्भाग्य से दल का सामना खनन माफिया से हो गया और ये घटना घटी | इसी दौरान ये भी पता चला है कि जिले में रेत का ठेका अगस्त में ही खत्म हो गया था, दो बार के असफल टेंडर के बाद अब तीसरा टेंडर प्रक्रिया में है | इसी दौरान अवैध खनन भारी मात्रा में बढ़ा | मंगलवार को ही तीन जिलों में रेत खनन माफिया के 14 ठिकानों पर दबिश दी गई, ग्राम जनकपुर में रिंकूसिंह बघेल के घर से रेत जब्त की गई, सीधी जिले में दो ट्रक पर कार्रवाई की गई है |
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