नई दिल्ली : 04/12/2023 : भाजपा ने मप्र, छत्तीसगढ़ और राजस्थान की प्रचंड जीत से 2024 के लिए अपनी राह और मजबूत कर ली है | 65 लोकसभा सीटों वाले इन राज्यों में कांग्रेस का मुक़ाबला भाजपा से था, जहां कांग्रेस की बुरी हार हुई है | कांग्रेस सिर्फ तेलंगाना में अपनी सरकार बना पाई है, वहाँ लड़ाई क्षेत्रीय दल बीआरएस से थी | क्षेत्रीय दल की कीमत पर मिली कांग्रेस को बढ़त से विपक्षी गठबंधन का रास्ता और कठिन हो जाएगा | गठबंधन में शामिल दलों में से 5 की अपने अपने राज्यों में सरकारें हैं | इन परिणामों से कमजोर कांग्रेस वहां अपने हिसाब से मांगे नहीं रख पाएगी | जिन राज्यों में विपक्षी दलों की ताकत मुस्लिम वोट बैंक है, वहां भी परेशानी बढ़ सकती है | दरअसल, कर्नाटक के बाद तेलंगाना में भी कांग्रेस की जीत में मुस्लिम वोट बैंक बड़ा कारण है | दूसरी ओर भाजपा ने न केवल अपना गढ़ मजबूत कर दिया है, बल्कि मोदी विरोधी एकता के जिस नैरेटिव और जातीय जनगणना, गारंटी तथा ओपीएस जैसे मुद्दों पर भारत चुनाव लड़ने वाला था, उसे ध्वस्त कर दिया | यही कारण है कि परिणाम आते ही भारत दलों ने कांग्रेस पर निशाना साधा | तृणमूल अध्यक्ष ममता बनर्जी ने इसे भाजपा की जीत की जगह कांग्रेस की हार बताया | वहीं, जदयू नेता केसी त्यागी ने कहा कि कांग्रेस अपने बलबूते नहीं जीत सकती | कर्नाटक हार के बाद भाजपा ने जेडीएस से हाथ मिलाया | महाराष्ट्र में एनसीपी और शिवसेना में टूट के बाद जो नेता अब तक एनडीए के साथ नहीं हैं, उन पर दबाव बढ़ेगा | केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि अब इंडिया गठबंधन में टूट-फूट और अंतर्विरोध सामने आएगा | पार्टियां कांग्रेस के साथ जाने पर हार का अंदाजा लगाकर उससे दूर होने लगेंगी |
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