भोपाल : 08/12/2023 : शहर की ऊंची-ऊंची इमारतों में आग लग जाने पर आग बुझाने के लिए नगर-निगम के अफसरों ने पांच करोड़ 40 लाख रु. खर्च करके हाइड्रोलिक प्लेटफार्म खरीदा था, ताकि यह 18 मंजिल तक पहुँचकर आग पर काबू पा सके | लेकिन हुआ इसका उल्टा ही शहर में 14 महीने में आगजनी की चार बड़ी वारदातें हो चुकी हैं लेकिन एक घटना के समय भी इस मशीन का उपयोग नहीं हो पाया | फिलहाल इतनी बड़ी मशीन पर अभी तक प्रशिक्षण ही चल रहा है | इस मशीन को खरीदते समय दावा किया गया था कि यह ऊंची-ऊंची इमारतों पर लगी आग बुझाने और टावर पर चढ़े युवकों को सुरक्षित नीचे लाने में काम आएगा लेकिन इसका उपयोग किसी भी काम में नहीं हुआ | दूसरी तरफ फायर ब्रिगेड शाखा के अफसर अपनी खामियां छुपाने के लिए इस हाइड्रोलिक प्लेटफार्म के गुण गिना रहे हैं | जबकि सतपुड़ा भवन में लगी आग के दौरान ये गुणी प्लेटफार्म खड़ा रहा, और आग पर काबू पाने के लिए राजा भोज एयरपोर्ट के फायर इंजन को लगा दिया गया | निगम का दावा है कि इस मशीन की खरीदी पर फायर ब्रिगेड शाखा को 12 करोड़ 60 लाख रु. की बचत हुई है | इस संबंध में निगमायुक्त फ्रैंक नोबल-ए का तर्क है कि मशीन के संचालक और रेसक्यू के दौरान इसके उपयोग की जानकारी फायर ऑफिसर अच्छे तरीके से दे सकते हैं | दरअसल इस प्लेटफार्म को रेसक्यू के लिए 28 फीट की जगह चाहिए | सतपुड़ा भवन में आगजनी के दौरान संकरे प्रवेश द्वार और अंदर की अव्यवस्थित स्थिति के कारण इसका उपयोग नहीं हुआ | ट्रैफिक के कारण भी इसका उपयोग नहीं किया जा सकता इस मशीन का उपयोग करने के लिए अधिक जगह का होना आवश्यक है |
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