भोपाल : 09/12/2023 : पर्यावरण प्रदूषण हमारे स्वास्थ्य को रोज़ खराब कर रहा है, पर्यावरण को प्रदूषित कर हम अगली पीढ़ी के लिए बीमारियां छोड़ रहे हैं | प्रदूषित पर्यावरण का प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष असर प्रत्येक व्यक्ति के स्वास्थ्य पर हो रहा है | प्रदेशभर में बढ़ते हुए प्रदूषण के कारण गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों में पल्मोनरी और क्रॉनिक ब्रोंकाइटिस जैसी गंभीर बीमारियां उत्पन्न हो रही हैं | प्रदूषण का असर हमारे श्वसन तंत्र, त्वचा, आँखों पर सबसे पहले दिखाई दे रहा है | इतना ही नहीं पर्यावरण का असर मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ रहा है | तंबाकू का धुआं और दूषित पर्यावरण क्रॉनिक ऑब्स्ट्रेक्टिव पल्मोनरी डीजीज (सीओपीडी) का प्रमुख कारण है | इससे क्रॉनिक ब्रोंकाइटिस और अस्थमा जैसे गंभीर समस्याएँ हो सकती हैं | विशेषज्ञों का कहना है कि पराली जलाने से स्वास्थ्य पर गंभीर दुष्प्रभाव होते हैं, पर्यावरण में होने वाले बदलाव के कारण वेक्टर बॉर्न, फलों, सब्जियों और अनाजों की पौष्टिकता में कमी आ रही है | साथ ही मानसिक स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है |
|