भोपाल : 13/12/2023 : राजधानी की सड़कों पर बेतरतीब दौड़ रहे सवारी वाहनों के कारण ट्रैफिक जाम की स्थिति हर जगह बन रही है | मनमाने ढंग से दौड़ रहे वाहनों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है | इनके लिए न कोई रूट निर्धारित किया गया है और न ही किराया, चालक अपनी मर्ज़ी से जहां चाहे सवारी उतारते बैठाते नज़र आते हैं | इनमें सबसे अधिक ई-रिक्शा और आपे हैं | इनकी मनमानी दूसरे चालकों के लिए परेशानी का सबब बन रही है | शहर की सड़कों पर बेतरतीब दौड़ रहे वाहनों की संख्या 11 हज़ार से अधिक है | इन वाहनों को चलाने वाले लोगों से बात की गई तो बेहद चौंकाने वाले तथ्य सामने आए | मैजिक वाहनों के लिए पहले रूट और दायरे निर्धारित थे, मैजिक वाहनों के स्थान पर अब विक्रम और आपे चलने लगे हैं | लेकिन इनको जारी परमिट में नगर-निगम सीमा लिखा जा रहा है | जबकि, ई-रिक्शा चलाने के लिए परमिट की ज़रूरत ही नहीं समझी यही कारण है कि बिना रोक टोक ये वाहन पूरे शहर में चल रहे हैं | सवारी वाहनों का किराया जिला यातायात समिति और परिवहन विभाग की सहमति से तय होता है, लेकिन इनके लिए किराया ही निर्धारित नहीं है | ऐसे में विक्रम और आपे लो-फ्लोर से पांच रु. कम तो ई-रिक्शा आपे और विक्रम से पाँच रु. कम किराया ले रहा है | शहर में चलने वाले पब्लिक ट्रांसपोर्ट में सिर्फ लो-फ्लोर बसों के लिए स्टॉप और थ्री सीटर ऑटो के लिए स्टैंड की व्यवस्था है | इनके अलावा चलने वाले दूसरी तरह के वाहनों के लिए स्टैंड और स्टॉप नहीं बनाए गए | जिसके चलते यातायात व्यवस्था गड़बड़ा रही है |
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