भोपाल : 25/12/2023 :( नुजहत सुल्तान ) शहर में बने बस स्टॉप से निगम की तगड़ी कमाई के बाद भी यात्रियों को फर्श पर बैठकर करना पड़ता है बस का इंतज़ार भोपाल के 350 बस स्टॉप से नगर-निगम हर महीने 15 लाख के करीब वसूलता है बावजूद इसके बस स्टॉप का मेंटेनेंस कराने में लापरवाही बरती जा रही है | बस स्टॉप पर अवैध अतिक्रमण के चलते यहाँ आने वाले यात्रियों को फर्श पर बैठकर बसों का इंतज़ार करना पड़ता है | बस स्टॉप के अंदर अवैध चाय और सब्जी की दुकानें चल रही हैं, कम से कम 100 बस स्टॉप ऐसे हैं, जहां कोई न कोई टूट फूट और अतिक्रमण है | सफाई के अभाव में सभी बस स्टॉप पर धूल की मोटी परत जमी हुई है, वहीं बसों के आने जाने की सूचना देने के लिए लगाए गए डिस्प्ले बोर्ड भी बंद पड़े हैं | जबकि इन पर 48 लाख रु. खर्च हो चुके हैं | बीसीएलएल ने बस स्टॉपों का संचालन तीन अलग-अलग एजेंसियों को सौंपा था, ये बस स्टॉप पर विज्ञापन से कमाई कर बीसीएलएल को रॉयल्टी देती हैं | और अपने खर्चे पर बस स्टॉप का मेंटेनेंस करती हैं | लेकिन हकीकत यह है कि न तो एजेंसियां मेंटेनेंस कर रही हैं न बीसीएलएल ध्यान दे रहा है | वहीं यात्री बेसिक सुविधाओं को तरस रहे हैं | कमला नगर बस स्टॉप पर सब्जी की दुकानें लग रही हैं, यहाँ स्टॉप के अंदर दुकानदार सब्जी से भरे बोरे रखते हैं | बाहर स्टॉप के सामने और बगल में दुकानें लगाई जाती हैं | कई बस स्टॉप पर भी अतिक्रमण कर घेर लिया है, इस कारण बस स्टॉप दिखाई भी नहीं देते | इधर जुबली गेट के बस स्टॉप पर सारी कुर्सियां गायब हैं, प्रभात चौराहा और पुलिस कंट्रोल रूम, जेके रोड सहित शहर के कई स्टॉप में भी कुर्सियां नहीं हैं | यात्री खड़े होकर या जमीन पर बैठकर बसों का इंतज़ार करते हैं |
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