भोपाल : 29/12/2023 : भोपाल मेमोरियल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर (बीएमएचआरसी ) में अब ऐसे बच्चों के लिए जिनका शारीरिक व मानसिक विकास ठीक से नहीं हो रहा और जिनमें विभिन्न अलग-अलग प्रकार की मानसिक विकृतियां पाई जाती हैं उन बच्चों के इलाज के लिए एक अलग ओपीडी की शुरुआत कर दी गई है | इस ओपीडी में शारीरिक व मानसिक विकारों जैसे स्वाभाविक विकास में देरी, डाउन सिंड्रोम ऑटिज़्म, हाइपर एक्टिव डिस ऑर्डर, इंटलेक्चुअल डिसएबिलिटी का ऑक्यूपेशनल थेरेपी के माध्यम से इलाज किया जाएगा | ओपीडी हर मंगलवार सुबह 9 बजे से 4 बजे तक और शनिवार को सुबह 9 बजे से 2 बजे तक खोली जाएगी | ओपीडी में बीएमएचआरसी की ऑक्यूपेशनल पूनम बिचपुरिया गौर बिहेवियर थेरेपी, सेंसरी इंटिग्रेशन थेरेपी, न्यूरो डेवलपमेंट थेरेपी, ओरो मोटर एक्सरसाइज़ और विभिन्न थैरेपिक एक्टिविटी के ज़रिए इलाज करेंगी | ओपीडी में इस थेरेपी के ज़रिए व्यस्कों व बुजुर्गों का भी इलाज होगा | व्यस्कों व बुजुर्गों में होने वाली बीमारियों जैसे स्ट्रोक, डिमेशिया, सीजोफ़्रेनिया के विभिन्न लक्षणों जैसे व्यक्तियों व वस्तुओं की पहचान न कर पाना, रंगों में भेद न कर पाना | कोई निर्णय न कर पाना, सोचने समझने की क्षमता का कम होना आदि बीमारियों का भी इलाज इस थेरेपी के माध्यम से किया जाएगा | कुछ सालों में बच्चों में न्यूरो डेवलपमेंट डिसऑर्डर जैसे ऑटिज़्म, व इससे संबंधित बीमारियों के मरीजों की संख्या काफी बढ़ गई है | ऑक्यूपेशन थेरेपी इन विकारों के इलाज के लिए काफी कारगर है |
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