भोपाल : 29/12/2023 : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के आदेश के बाद खाद्द सुरक्षा प्रशासन ने पहली बार भोपाल शहर के सात होटलों से चिकन और फिश सहित अन्य नॉनवेज फूड के नौ सैंपल तो जाँचने के लिए ले लिए लेकिन इनके सैंपल अब तक राज्य खाद्द प्रयोगशाला में नहीं पहुंचे हैं | अब सवाल यह उठता है कि इन सैंपलो की जांच कैसे होगी ? क्योंकि सरकारी लैब में तो इसकी कोई व्यवस्था ही नहीं है | ऐसे में लिए गए सैंपल में केवल तेल, फूड कलर और मसालों की ही जांच हो सकती है | मीट क्वालिटी की जांच फिलहाल संभव नहीं है | प्रयोगशाला में संसाधनों की कमी के कारण ग्राहक यह नहीं जान पाएंगे कि उन्हें परोसा गया मीट कितना पुराना है, मांस किस जानवर का है, क्योंकि नॉनवेज सैंपल की जांच के लिए माइक्रोबायोलॉंजी लैब की जरूरत होती है | लैब में फंगस और अन्य सूक्ष्म जीवों की जांच के लिए राज्य खाद्द प्रयोगशाला इंदौर स्थित दो निजी लैब पर निर्भर है | ऐसे में प्रयोगशाला को सैंपल मिलते ही इन्हें जांच के लिए इंदौर भेजने की तैयारी है | गौरतलब है कि राज्य खाद्द प्रयोगशाला की स्थापना 1982 में हुई थी, 41 साल गुज़र जाने के बाद भी यहाँ नॉनवेज फूड की जांच के लिए कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है |
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