भोपाल : विद्दुत कंपनी में अब नए सिस्टम को लागू किया जा रहा है, इस सिस्टम में कर्मचारियों की उपस्थिती थंब व आईस डिवाइस की जगह अब मोबाइल सेलफ़ी एप (ई अटेंडेंस) सिस्टम से होगी | इस सिस्टम के लागू होने पर सभी आउटसोर्स कर्मचारियों ने आपत्ति जताई है उनका कहना है कि हमारा वेतन तो 10 हज़ार रु. है और 15 हज़ार रु. वाला एंड्राइड मोबाइल खरीदने के लिए हम पर दबाव बनाया जा रहा है और रिचार्ज भी हमें ही करवाना है | संगठन के संयोजक मनोज भार्गव ने कहा कि कंपनी के पंद्रह हज़ार नियमित, संविदा, आउटसोर्स कर्मियों की बायोमेट्रिक अटेंडेंस के लिए 6 साल पहले 50 लाख रु. में मशीन खरीदी गई थी, यह मशीनें चालू अवस्था में रहने पर भी उपयोग में नहीं आ रही हैं | कर्मचारियों का कहना है कि ग्रामीण व सुदूर पिछड़े क्षेत्रों में नेटवर्क समस्या बनी रहती है, इससे कर्मचारियों को डर है कि कई बार नए मोबाइल एप से उपस्थिती नहीं लगने पर समय पर आकर व समय पर जाकर पूरा काम करने के बाद भी उनका हर महीने का वेतन कट सकता है | इसी तरह ग्रामीण क्षेत्र के 10 से 30 किमी के इलाके में एक या दो संविदा-नियमित आउटसोर्स लाइन स्टाफ ग्रामीण क्षेत्रों में तैनात हैं | ये कर्मचारी स्टाफ की कमी के चलते 12 से 8 घंटे अपनी ड्यूटी करते हैं, इनको भी नए सिस्टम के कारण उपस्थिती की तकनीकी परेशानी होगी | नए एप में 15 सीएल बैलेंस नहीं दर्शाई गई, राष्ट्रीय त्योहार के अवकाश भी एप में नहीं हैं | आउटसोर्स कर्मियों के खाते में 15 आकस्मिक अवकाश और हर साल मिलने वाले 9 राष्ट्रीय त्योहार अवकाश दिए जाने थे, जो एप में नहीं दर्शाए गए हैं | इससे कर्मचारियों को इन अवकाशों का लाभ नहीं मिल सकेगा |
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