भोपाल : 60 वर्षीय बुजुर्ग सुमेर गिरि नीलबड़ में संतोष सोलंकी की दुकान पर पिछले चार पाँच सालों से काम कर रहे थे | यह बुजुर्ग करीब 20 साल से अपने परिवार से अलग रह रहे थे | यह पिछले चार पांच दिनों से डिप्रेशन में थे, बीते दिनों किसी कार्यक्रम में गए थे जहां उन्हे पगड़ी पहनाई गई, उसी पगड़ी को फांसी का फंदा बनाकर शनिवार सुबह 8 बजे उन्होने आत्महत्या कर ली | उनकी जेब से एक कागज का टुकड़ा मिला है जिसमें लिखा है कि मेरा शव राकेश मोहन को दे देना साथ ही राकेश मोहन का मोबाइल नंबर भी लिखा है | पुलिस ने जांच शुरू कर दी है, प्रारंभिक जांच में मृतक के बिहार से आने की संभावना है, वह 20 सालों से नीलबड़ में थे | मृतक के परिवार में एक बेटा और दो बेटियां हैं, एक बेटी से संपर्क किया पर उसने मृतक से किसी भी तरह का रिश्ता नहीं होने की बात कही और शव लेने से मना कर दिया | वहीं सुसाइड नोट में जिस व्यक्ति का नाम लिखा था उससे बात की गई तो उन्होने मृतक को पहचानने से मना करते हुए अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया | इसके बाद दुकान मालिक की इच्छा पर उसे शव सौंपा गया, उन्होने अन्य स्थानीय लोगों की मदद से अंतिम संस्कार किया |
|