भोपाल : 09/01/2024 : ( नुजहत सुल्तान ) राजधानी के पास तारा सेवनिया गांव में चल रहा आंचल बाल गृह में रहने वाली बच्चियों से साफ-सफाई के साथ अन्य काम भी कराए जाते हे | इसके साथ ही बच्चियों पर धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाया जाता उनसे प्रभु यीशु की प्राथना भी कराई जाती था | आंचल बाल गृह धर्मांतरण का केंद्र तो बन ही गया था, लेकिन संचालक अनिल मैथ्यू को कानून का भी कोई डर नहीं था, अनिल मैथ्यू ने बिना अनुमति बिल्डिंग का निर्माण करने से लेकर बालगृह को संचालित करने के लिए पंजीयन तक नहीं कराया उसके पास कोई मान्यता भी नहीं थी उसके बाद भी वह जगह-जगह से बच्चियों को लाकर बाल गृह में रखा हुआ था | इतना ही नहीं उसने इसकी जानकारी बाल कल्याण समिति तक को नहीं दी थी | हैरत तो इस बात की है कि इतनी बड़ी संख्या में यहां बच्चियां रह रही थी और किसी को भनक तक नहीं लगी | आंचल बाल गृह पूरी तरह से अवैध रूप से चलाया जा रहा था अनिल ने बाल संरक्षण आयोग को भी बच्चियों की कोई जानकारी नहीं दी थी | जब बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो निरीक्षण करने पहुंचे जब इस मामले का खुलासा हुआ | बाल गृह से कुल 41 बच्चियों को बरामद किया गया है, उनमें से 39 को तुरंत उनके परिजनों को सौंप दिया गया | दो बच्चियां छिंदवाड़ा बाकी सभी बच्चियां भोपाल जिले की हैं, देर रात परिजन उन्हें लेकर तुलसी नगर स्थित जवाहर बाल भवन पहुंचे, बाल आयोग ने उनसे लिखित में आवेदन लेकर बच्चियों को उन्हें दे दिया | दो बच्चियों को छिंदवाड़ा बाल कल्याण समिति को सौंपा जाएगा | राज्य बाल आयोग की सदस्य निवेदिता शर्मा का कहना है कि बच्चियों के न तो बयान लिए और न ही घर पर मिली बच्चियों और उनके परिजनों से पूछताछ की गई | अब प्रशासन आंचल बाल गृह की बिल्डिंग परमिशन आदि की जानकारी निकाल रहा है | रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी |
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